GT Road News: एक पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने पहुंचा एक चालक हैरान रह गया। उसकी 70 लीटर की कार की टंकी के लिए पेट्रोल पंप ने 76 लीटर डीजल का बिल पेश कर दिया। विवाद बढ़ने पर पुलिस बुलाई गई। पुलिस की मौजूदगी में जब टंकी से डीजल निकाला गया तो सिर्फ 57 लीटर ही मिला। इस तरह 20 लीटर डीजल की गड़बड़ी सामने आई।
चालक रविंद्र ने बताया कि उन्होंने अल्फा सिटी के पास तेजेंद्रा पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने का आदेश दिया। एक महिला कर्मचारी ने टंकी भर दी और 76.70 लीटर का बिल थमा दिया। चालक ने तुरंत आपत्ति जताई। उसने समझाया कि उसकी बीएमडब्ल्यू कार की टंकी की क्षमता केवल 70 लीटर है। इसके बावजूद उससे अधिक डीजल का बिल दिया गया।
इस बात को लेकर पेट्रोल पंप पर कर्मचारियों और चालक के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस के आने के बाद घटना की जांच का तरीका बदल गया। पुलिस ने तथ्यों की पुष्टि के लिए टंकी से डीजल निकालने का फैसला किया।
पुलिस की मौजूदगी में हुआ सच सामने
पुलिस की निगरानी में कार की टंकी से डीजल निकाला गया। इस प्रक्रिया में करीब दो घंटे का समय लगा। निकाले गए डीजल को मापा गया तो कुल मात्रा केवल 57 लीटर निकली। चालक ने दावा किया कि टंकी में पहले से ही पांच लीटर डीजल मौजूद था। इस हिसाब से पेट्रोल पंप ने केवल 52 लीटर डीजल ही डाला था।
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिस की मौजूदगी और डीजल मापने की प्रक्रिया साफ दिखाई दे रही है। इस घटना ने पेट्रोल पंपों पर होने वाले संभावित घोटालों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
पेट्रोल पंप प्रबंधन का बयान
पेट्रोल पंप के प्रबंधक ने इस मामले में अलग तर्क दिया। उनका कहना है कि टंकी का कुछ डीजल अभी भी अंदर रह गया है। उन्होंने दावा किया कि मैकेनिक द्वारा टंकी पूरी तरह खोले जाने पर ही सही मात्रा का पता चल सकेगा। हालांकि यह तर्क चालक और पुलिस के सामने नहीं टिक पाया।
मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी एसआई संदीप ने बताया कि चालक की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि चालक औपचारिक शिकायत दर्ज कराता है तो पूरे मामले की विधिवत जांच होगी। इससे पहले की कार्रवाई शिकायत मिलने पर निर्भर करेगी।
डीएफएससी अधिकारी अनिल कुमार ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कोई आधिकारिक शिकायत प्राप्त होती है तो वे जांच करेंगे। उन्होंने पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों के साथ होने वाले ऐसे विवादों को गंभीरता से लेने की बात कही। अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
