Finance News: व्यक्तिगत ऋण भारत में तेजी से लोकप्रिय वित्तीय उत्पाद बन गया है। यह बिना किसी गारंटी या संपार्श्विक के प्राप्त होने वाला ऋण है। लोग शादी, यात्रा, चिकित्सा आपात स्थिति या घर की मरम्मत जैसी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए इसका उपयोग करते हैं।
इसकी सबसे बड़ी विशेषता है सरल और त्वरित स्वीकृति प्रक्रिया। बैंक और वित्तीय संस्थान न्यूनतम दस्तावेजों पर इस ऋण को मंजूरी देते हैं। आवेदक को समान मासिक किस्तों में ऋण का भुगतान करना होता है।
व्यक्तिगत ऋण के मुख्य उपयोग
लोग विभिन्न कारणों से पर्सनल लोन लेते हैं। आपातकालीन चिकित्सा व्यय इसका प्रमुख कारण है। कई लोग उच्च ब्याज वाले मौजूदा ऋणों को चुकाने के लिए भी इसका उपयोग करते हैं।
शैक्षिक खर्चों या घर के नवीनीकरण जैसी जरूरतें भी इसमें शामिल हैं। ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह ऋण विवेकपूर्ण ढंग से लेना चाहिए। ब्याज दरें अन्य सुरक्षित ऋणों की तुलना में अधिक हो सकती हैं।
आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज
आवेदन प्रक्रिया अत्यंत सीधी है। कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन या बैंक शाखा में आवेदन कर सकता है। आवश्यक दस्तावेजों में पहचान प्रमाण, पता प्रमाण और आय प्रमाण शामिल हैं।
बैंक आवेदक की साख की जांच करता है। इसमें क्रेडिट स्कोर, आय स्थिरता और मौजूदा ऋण शामिल हैं। स्वीकृति मिलने पर ऋण राशि सीधे खाते में जमा कर दी जाती है।
ऋण की शर्तें और विचारणीय बातें
ऋण की ब्याज दर आवेदक के वित्तीय प्रोफाइल पर निर्भर करती है। प्रोसेसिंग फीस और अन्य प्रशासनिक शुल्क भी लागू होते हैं। ऋण अवधि एक वर्ष से पाँच वर्ष के बीच होती है।
उधारकर्ताओं को ऋण समझौते की शर्तों को सावधानी से पढ़ना चाहिए। EMI की समय पर अदायगी विश्वस्तता की परख को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। देरी से भुगतान पर अतिरिक्त दंड लग सकता है।
