Libya Flood Death Toll: लीबिया में इंतजार की घड़ियां खत्म हो रही हैं और उम्मीद की डोर टूट रही है। बिछुड़े लोग अपनों को मिल नहीं रहे और लापता लोगों की सूची में नाम बढ़ते जा रहे हैं।
लोगों के सब्र का बांध टूटा
आपदा के हफ्ते भर बाद सोमवार को अपनों की बाट जोह रहीं सबरीन के सब्र का बांध टूट गया। वह आसमान की ओर हाथ कर बिलख उठीं..तायेम, याजेन, लुकमान, हाकिम, सलमा के नाम लेकर जोर-जोर से रोने लगीं। उन्हें अब लग रहा है कि बाढ़ उनके पूरे परिवार को निगल गई..मन को समझाने की अब कोई गुंजाइश नहीं बची है।
मलबे में तब्दील घरों के आसपास अपनों को तलाश रहे लोग
लीबिया के आपदाग्रस्त इलाके में सबरीन जैसे तमाम लोग हैं, जिनकी उम्मीदें अब खत्म हो रही हैं। लापता लोगों की तस्वीरें लिए परिवार के लोग उन्हें ढूंढ़ते हुए थक चुके हैं। वातावरण में फैली दुर्गंध के बावजूद लोग अपनों की तलाश में मलबे में तब्दील घरों के आसपास घूम रहे हैं। जिन घरों में कीचड़ भरा है उनमें भी लोगों के दबे होने का अंदेशा है।
20 हजार से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका
डेरेना के मेयर ने 20 हजार से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई है। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों में मृतकों की संख्या 3,922 हुई है। बचाव का काम बंद कर अब राहत पहुंचाने का कार्य हो रहा है। 40 हजार से ज्यादा बेघर लोगों के लिए सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। 1,20,000 की आबादी वाले डेरना शहर की तीन चौथाई आबादी बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से बुरी तरह से प्रभावित है।
डेरना पर है इस्लामी मिलीशिया का नियंत्रण
डेरना पूर्वी लीबिया के उस इलाके में स्थित है, जहां मान्यता प्राप्त कोई सरकार नहीं है। इस इलाके पर इस्लामी मिलीशिया का नियंत्रण है जिसके तार आतंकी संगठन अल कायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े हुए हैं। ऐसे में वहां पर राहत कार्य कितने दिनों तक चल पाएंगे इसे लेकर संदेह है। जो स्थितियां में उनमें अतिवादी संगठनों को मजबूत होने का ज्यादा मौका मिलेगा।