Uttar Pradesh News: भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने सिंगर और एक्टर पवन सिंह एक बड़े कानूनी विवाद में घिर गए हैं। वाराणसी की एक अदालत ने उनके खिलाफ एक फिल्म निवेश घोटाले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। यह आदेश व्यापारी विशाल सिंह द्वारा दायर एक प्रार्थना पत्र पर पारित किया गया है।
वाराणसी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इस मामले में पवन सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश जारी किया है। अदालत ने अपने आदेश में कहा कि पहली नजर में आरोपियों पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप साबित होता है। इसलिए कैंट थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।
यह मामला साल २०१८ में रिलीज हुई फिल्म ‘बॉस’ से जुड़ा है। व्यापारी विशाल सिंह ने आरोप लगाया है कि पवन सिंह और उनके साथियों ने फिल्म में निवेश का प्रस्ताव देकर उनसे करीब सवा करोड़ रुपये की रकम ली थी। फिल्म के हिट होने के बावजूद उन्हें उनके हिस्से का मुनाफा नहीं दिया गया।
विशाल सिंह के वकील राहुल द्विवेदी ने बताया कि उनके मुवक्किल की मुलाकात मुंबई में फिल्म डायरेक्टर प्रेम शंकर राय से हुई थी। इसके बाद फिल्म निर्माण के सिलसिले में पवन सिंह से भी मुलाकात करवाई गई थी। पवन सिंह ने खुद निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया था।
वकील के मुताबिक फिल्म बनने और सफल होने के बाद भी विशाल सिंह को उनका पैसा नहीं लौटाया गया। इसके बाद उन्होंने पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। पुलिस में सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने अदालत का रुख किया। अदालत ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
अदालत ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा १७३(४) के तहत यह आदेश पारित किया है। इस आदेश के बाद अब पुलिस मामले की जांच करेगी और आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करेगी। मामले में पवन सिंह के अलावा तीन अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
इस घटना ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में हलचल पैदा कर दी है। पवन सिंह भोजपुरी सिनेमा के सबसे लोकप्रिय और सफल कलाकारों में से एक माने जाते हैं। उनके खिलाफ इस तरह का गंभीर आरोप उनके करियर के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। अब सभी की नजर इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई पर टिकी हुई है।
