Bihar News: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर लोकसभा में सोमवार को विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। सत्र शुरू होने के 10 मिनट बाद ही हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। हंगामे के बीच प्रश्नकाल में कुछ सवाल पूछे गए। लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की।
विपक्ष का जोरदार विरोध
लोकसभा में सत्र शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सवाल उठाए। प्रश्नकाल के दौरान समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा ने श्रम और रोजगार मंत्रालय से संबंधित एक पूरक प्रश्न पूछा। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसका जवाब दिया। लेकिन विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी और तख्तियां दिखाकर विरोध जारी रखा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने की अपील की।
स्पीकर की नाराजगी
विपक्षी सांसदों के लगातार हंगामे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल संसद का महत्वपूर्ण हिस्सा है। बिड़ला ने सदस्यों से शांति बनाए रखने को कहा। उन्होंने यह भी बताया कि देश संसद में हो रहे व्यवहार को देख रहा है। इसके बावजूद विपक्षी सांसदों ने पुनरीक्षण मुद्दे पर नारेबाजी जारी रखी। हंगामा नहीं रुकने पर सुबह 11:10 बजे कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
कार्यवाही पर असर
लोकसभा में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर हंगामे के कारण कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ था। इस दौरान केवल दो दिन मंगलवार और बुधवार को ही प्रश्नकाल सुचारू रूप से चल सका। लगातार हंगामे ने संसद की कार्यवाही को प्रभावित किया है। विपक्षी दलों की मांग है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण पर तत्काल चर्चा हो। इस मुद्दे ने संसद में तनाव बढ़ा दिया है।
प्रश्नकाल की अहमियत
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने हंगामा कर रहे सांसदों से बार-बार अपील की कि वे प्रश्नकाल को बाधित न करें। उन्होंने कहा कि यह समय जनता के मुद्दों को उठाने के लिए महत्वपूर्ण है। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी और तख्तियां दिखाकर अपना विरोध दर्ज किया। बिड़ला ने सांसदों से संसद की गरिमा बनाए रखने की अपील की। लेकिन हंगामे के कारण कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
मानसून सत्र की चुनौतियां
मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में कार्यवाही बार-बार बाधित हुई है। मतदाता सूची पुनरीक्षण पर विपक्ष के विरोध ने सत्र को प्रभावित किया है। केवल दो दिन ही प्रश्नकाल सुचारू रूप से चल सका। विपक्षी दलों का कहना है कि बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण में पारदर्शिता की कमी है। इस मुद्दे पर उनकी मांग है कि संसद में तुरंत चर्चा हो। हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही पर असर पड़ रहा है।
