Himachal News: धर्मशाला के इंद्रूनाग पैराग्लाइडिंग साइट से एक चौंकाने वाली दुर्घटना सामने आई है। एक पैराग्लाइडर लैंडिंग के दौरान दाड़नू क्षेत्र में बिजली की उच्च तनाव वाली लाइनों में उलझ गया। इस हादसे में पायलट और हैदराबाद की एक महिला पर्यटक तीन घंटे तक 40 फीट की ऊंचाई पर लटके रहे। बाद में रेस्क्यू टीमों ने उन्हें सुरक्षित बचाया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह घटना शुक्रवार को तब हुई जब पायलट रिंकू ने हैदराबाद निवासी 50 वर्षीय महिला पर्यटक चंद्रिका को लेकर उड़ान भरी। इंद्रूनाग से उड़ान के बाद जब वे दाड़नू के पास लैंडिंग के लिए नीचे आ रहे थे तो पैराग्लाइडर बिजली की तारों में फंस गया। स्थानीय लोगों ने देखा कि दोनों व्यक्ति पैराग्लाइडर के सहारे हवा में लटके हुए हैं। उन्होंने तुरंत हेल्पलाइन 112 को सूचना दी।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें
सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था क्योंकि पैराग्लाइडर बिजली की तारों में फंसा हुआ था। बिजली का करंट लगने का खतरा बना हुआ था। रेस्क्यू टीमों ने विशेष सावधानी के साथ काम किया। उन्होंने सबसे पहले बिजली की आपूर्ति रोकने का प्रबंध किया।
करीब तीन घंटे के संघर्ष के बाद रेस्क्यू टीमों ने दोनों को सुरक्षित नीचे उतारा। इस दौरान पायलट और पर्यटक दोनों सहमे हुए थे लेकिन सुरक्षित थे। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों को जोनल अस्पताल धर्मशाला में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों की हालत स्थिर है और वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे।
प्रशासन ने शुरू की जांच
इस घटना के बाद प्रशासन, पुलिस और पर्यटन विभाग ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि पैराग्लाइडर बिजली की तारों में कैसे फंस गया। पायलट के पास所有 आवश्यक लाइसेंस और प्रमाणपत्र हैं या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है। लैंडिंग साइट की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
एएसपी कांगड़ा बीर बहादुर ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटना की तह तक पहुंचने का काम शुरू कर दिया है। पर्यटन विभाग के अधिकारी भी मामले की जांच कर रहे हैं। विभाग ने पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर्स से सभी सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों ने दिखाई सजगता
इस घटना में स्थानीय लोगों की सजगता ने दो जिंदगियां बचाई। लोगों ने तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अधिकारियों को सूचना दी। कुछ लोग घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू टीमों की मदद की। उन्होंने आसपास के इलाके को साफ किया ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन आसानी से चल सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में पहले भी ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं हो चुकी हैं।
धर्मशाला और इसके आसपास के इलाकों में पैराग्लाइडिंग एक लोकप्रिय एडवेंचर स्पोर्ट्स है। हजारों पर्यटक हर साल यहां पैराग्लाइडिंग का आनंद लेने आते हैं। इस घटना के बाद अधिकारियों ने सभी पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर्स की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है। उन्होंने लैंडिंग साइट्स की सुरक्षा समीक्षा का भी फैसला किया है।
पर्यटन उद्योग पर प्रभाव
इस घटना का स्थानीय पर्यटन उद्योग पर प्रभाव पड़ सकता है। एडवेंचर स्पोर्ट्स में सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पर्यटन विभाग ने सभी एडवेंचर स्पोर्ट्स ऑपरेटर्स को निर्देश जारी किए हैं। उन्हें सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करना होगा। विभाग ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग ने हाल ही में एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें सुरक्षा मानकों को और सख्त बनाया गया है। सभी ऑपरेटर्स को इन नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। विभाग की टीमें नियमित रूप से इन साइटों का निरीक्षण करेंगी।
