India News: 8 अगस्त 2025 का पंचांग शुभ मुहूर्त और तिथियों की जानकारी देता है। यह दिन शुक्रवार है। सावन मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि रहेगी। राहुकाल दोपहर 10:30 से 12:00 बजे तक रहेगा। शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त जानना जरूरी है। सूर्योदय सुबह 5:47 बजे और सूर्यास्त शाम 6:58 बजे होगा। पंचांग से दिन की योजना बनाएं।
तिथि और नक्षत्र
8 अगस्त को सावन शुक्ल त्रयोदशी तिथि रात 11:23 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी शुरू होगी। नक्षत्र उत्तराषाढ़ा सुबह 9:35 बजे तक रहेगा। फिर श्रवण नक्षत्र शुरू होगा। यह नक्षत्र रात तक प्रभावी रहेगा। सूर्य कर्क राशि में और चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का ध्यान रखें। पंचांग के अनुसार समय का उपयोग करें।
शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त कार्यों को सफल बनाते हैं। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:05 से 12:57 बजे तक रहेगा। यह समय महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयुक्त है। अमृत काल रात 8:14 से 9:42 बजे तक रहेगा। पूजा-पाठ और मांगलिक कार्यों के लिए यह समय शुभ है। राहुकाल में शुभ कार्यों से बचें। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पूजा करें। शुभ मुहूर्त से कार्यों में सफलता मिलेगी।
राहुकाल और यमघंटक
राहुकाल दोपहर 10:30 से 12:00 बजे तक रहेगा। इस समय शुभ कार्य न करें। यमघंटक काल सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक रहेगा। इस दौरान भी सावधानी बरतें। गुलिक काल दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक रहेगा। इन अशुभ काल में यात्रा और नए कार्य टालें। पंचांग के अनुसार समय का चयन करें। इससे नकारात्मक प्रभाव कम होंगे।
सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
सूर्योदय सुबह 5:47 बजे होगा। सूर्यास्त शाम 6:58 बजे होगा। चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। सूर्य कर्क राशि में रहेगा। चंद्रमा का प्रभाव मन और भावनाओं पर पड़ेगा। सूर्य ऊर्जा और आत्मविश्वास देगा। पूजा के लिए सूर्योदय और सूर्यास्त का समय चुनें। ग्रहों की स्थिति के अनुसार कार्य करें। पंचांग से दिन की योजना बनाएं।
शुभ कार्यों के लिए सलाह
पंचांग के अनुसार शुभ कार्यों का समय चुनें। विवाह, गृह प्रवेश और पूजा के लिए अभिजीत मुहूर्त उपयुक्त है। व्यापार शुरू करने के लिए अमृत काल चुनें। राहुकाल और यमघंटक में सावधानी बरतें। पूजा-पाठ के लिए सूर्योदय का समय श्रेष्ठ है। मंदिर में दर्शन करें। पंचांग का उपयोग दिन को सफल बनाएगा। शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करें।
धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
पंचांग धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह तिथि, नक्षत्र और मुहूर्त की जानकारी देता है। सावन मास में शिव पूजा का विशेष महत्व है। 8 अगस्त को त्रयोदशी तिथि पर शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। मकर राशि में चंद्रमा मानसिक शांति देगा। पंचांग के अनुसार उपाय करें। इससे जीवन में सकारात्मकता आएगी। शुभ कार्यों के लिए समय का चयन करें।
