Astrology News: 14 अगस्त 2025 को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि गुरुवार के दिन पड़ रही है। यह दिन हल षष्ठी व्रत के लिए विशेष महत्व रखता है। आइए जानते हैं इस दिन का विस्तृत पंचांग, शुभ मुहूर्त और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां।
14 अगस्त 2025 का पंचांग विवरण
- तिथि: षष्ठी (रात 2:08 तक)
- वार: गुरुवार
- नक्षत्र: रेवती (सुबह 9:06 तक), फिर अश्विनी
- योग: रवि योग (सुबह 9:06 तक)
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- चंद्रमा: मीन राशि (सुबह 9:06 तक)
शुभ मुहूर्त समय
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:23 से 05:07
- प्रातः सन्ध्या: 04:45 से 05:50
- अमृत काल: 06:50 से 08:20
- अभिजीत मुहूर्त: 11:59 से 12:52
प्रमुख शहरों के लिए राहुकाल
- दिल्ली: 14:05 से 15:44
- मुंबई: 14:19 से 15:55
- चंडीगढ़: 14:07 से 15:47
- लखनऊ: 13:49 से 15:28
- कोलकाता: 13:18 से 14:55
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: 05:49
- सूर्यास्त: 19:01
हल षष्ठी व्रत का महत्व
हल षष्ठी व्रत भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण और बलराम की पूजा की जाती है। व्रत रखने वाले व्यक्ति को इस दिन हल से जुते हुए अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए।
विशेष सुझाव
ज्योतिषियों के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी होती है। सुबह जल्दी उठकर तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और पीले फूलों से पूजा करें। राहुकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य शुरू न करें।
