India News: 6 अगस्त 2025 का शुभ पंचांग ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह दिन विशेष तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त लेकर आ रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह दिन धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए खास हो सकता है। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति कई कार्यों के लिए अनुकूल रहेगी। आइए जानें कि इस दिन की तिथि, वार, नक्षत्र, योग और शुभ समय क्या हैं और यह दिन कैसे रहेगा।
तिथि और वार का महत्व
6 अगस्त 2025 को तिथि सप्तमी होगी, जो धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है। यह दिन बुधवार को पड़ रहा है, जो बुद्धि और व्यापार के लिए अनुकूल है। शुभ पंचांग के अनुसार, इस दिन ग्रहों की चाल कई कार्यों को प्रभावित करेगी। पूजा-पाठ और मांगलिक कार्यों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है। सही समय पर कार्य शुरू करने से सफलता की संभावना बढ़ेगी।
नक्षत्र और योग की स्थिति
इस दिन का नक्षत्र स्वाति रहेगा, जो रचनात्मक और व्यापारिक कार्यों के लिए अनुकूल है। शुभ पंचांग के अनुसार, सिद्धि योग इस दिन प्रभावी रहेगा, जो कार्यों में सफलता दिलाने में सहायक है। करण की स्थिति भी सामान्य रहेगी। ज्योतिषीय गणनाओं के लिए यह सरकारी पोर्टल उपयोगी हो सकता है। नक्षत्र और योग की स्थिति के आधार पर दिन की योजना बनाएं।
शुभ मुहूर्त का समय
6 अगस्त 2025 को शुभ मुहूर्त सुबह 7:15 से 9:30 तक और दोपहर 1:00 से 3:00 तक रहेगा। शुभ पंचांग सुझाव देता है कि इस समय में पूजा, हवन या नए कार्य शुरू किए जा सकते हैं। विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए भी यह समय उपयुक्त है। सही मुहूर्त का पालन करने से कार्यों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ेगी।
राहुकाल और यमघंटक
इस दिन राहुकाल दोपहर 12:00 से 1:30 तक रहेगा। शुभ पंचांग के अनुसार, इस समय में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शुरू न करें। यमघंटक सुबह 8:00 से 9:00 तक रहेगा, जिस दौरान सावधानी बरतें। इन अशुभ समयों से बचने के लिए कार्यों की योजना पहले से बना लें। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह दिन संतुलित रहेगा।
सूर्योदय और सूर्यास्त
6 अगस्त 2025 को सूर्योदय सुबह 5:45 बजे और सूर्यास्त शाम 6:50 बजे होगा। सूर्य की स्थिति मिथुन राशि में रहेगी। चंद्रमा तुला राशि में रहेगा, जो भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देगा। शुभ पंचांग के आधार पर, इस दिन पूजा-पाठ और ध्यान के लिए सूर्योदय का समय विशेष रूप से शुभ रहेगा।
धार्मिक कार्यों के लिए सुझाव
इस दिन धार्मिक कार्यों के लिए समय अनुकूल है। हवन, पूजा और दान-पुण्य जैसे कार्य सुबह के शुभ मुहूर्त में करें। शुभ पंचांग सुझाव देता है कि भगवान गणेश और विष्णु की पूजा इस दिन विशेष फलदायी होगी। मांगलिक कार्यों के लिए ज्योतिषी से सलाह लेना उचित रहेगा। ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रखकर कार्य करें।
व्यापार और निवेश के लिए समय
व्यापार और निवेश के लिए यह दिन सामान्य रूप से अनुकूल रहेगा। शुभ पंचांग के अनुसार, दोपहर का समय नए सौदों या व्यापारिक योजनाओं के लिए उपयुक्त है। हालांकि, राहुकाल के समय में कोई जोखिम भरे निर्णय न लें। सिद्धि योग के प्रभाव से कार्यों में सफलता की संभावना बढ़ेगी। सावधानी और योजना के साथ आगे बढ़ें।
दिन का समग्र प्रभाव
6 अगस्त 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से संतुलित रहेगा। शुभ पंचांग के आधार पर, यह दिन धार्मिक, सामाजिक और व्यापारिक कार्यों के लिए उपयुक्त है। शुभ मुहूर्त का पालन करें और अशुभ समय से बचें। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को ध्यान में रखकर कार्यों की योजना बनाएं। इस दिन सकारात्मक दृष्टिकोण और संयम के साथ आगे बढ़ने से सफलता मिलेगी।
