International News: पाकिस्तान के लाहौर शहर में वायु प्रदूषण ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। धुंध ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया है। दृश्यता घटकर न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है। लोगों को सांस लेने में गंभीर कठिनाई हो रही है।
हवा के बढ़ते संकट को देखते हुए पंजाब सरकार ने पर्यावरण कानून सख्ती से लागू किया है। पंजाब पुलिस ने पिछले चौबीस घंटे में इक्यावन मामले दर्ज किए हैं। सभी मामले पर्यावरण कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दर्ज हुए हैं।
भारी जुर्माने और गिरफ्तारियां
लाहौर और आसपास के जिलों में पिछले चौबीस घंटों में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। पर्यावरणीय उल्लंघन के लिए चार सौ इक्यानबे लोगों पर दस करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया। अड़तीस लोगों को पुलिस ने कड़ी चेतावनी दी है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि वायु प्रदूषण के बावजूद सड़कों पर दो सौ नौ धुआं छोड़ने वाली गाड़ियां देखी गईं। फसल अवशेष जलाने के एक सौ एक नए मामले सामने आए। ईंट भट्ठों में उल्लंघन के सात मामले दर्ज किए गए।
इस साल का रिकॉर्ड
लाहौर में वायु प्रदूषण नियंत्रण के सभी प्रयास विफल होते दिख रहे हैं। पुलिस ने इस साल कुल दो हजार दो सौ पचहत्तर मामले दर्ज किए हैं। नियमों का उल्लंघन करने पर दो हजार सत्ताईस लोग गिरफ्तार हुए हैं।
सत्तासी हजार सात सौ अस्सी लोगों पर दो सौ सत्ताईस दशमलव एक मिलियन रुपये का जुर्माना लग चुका है। यह आंकड़े लाहौर में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को दर्शाते हैं। प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा।
जीरो टॉलरेंस पॉलिसी लागू
लाहौर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए आईजी डॉक्टर उस्मान अनवर ने जीरो टॉलरेंस पॉलिसी लागू की है। प्रशासन ने मानक संचालन प्रक्रियाएं तैयार की हैं। हाईवे और औद्योगिक क्षेत्रों में इनका सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है।
कम वायु गुणवत्ता वाले इलाकों और कृषि भूमि पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। सरकार का लक्ष्य लाहौर की वायु गुणवत्ता में शीघ्र सुधार लाना है।
