World News: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार रात अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए। इन हमलों में कम से कम तीन स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ियों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब दोनों देशों के बीच बुधवार को सीजफायर समझौता हुआ था।
पाकिस्तानी हमले सीमावर्ती पक्तिका प्रांत के अरगुन जिले में हुए। स्थानीय सूत्रों के अनुसार हमलों में आवासीय इलाकों को निशाना बनाया गया। मारे गए खिलाड़ी एक स्थानीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। उनमें कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून नाम के युवा क्रिकेटर शामिल थे। चार अन्य खिलाड़ी इस घटना में घायल हो गए।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का बड़ा फैसला
इस घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। बोर्ड ने नवंबर में होने वाली टी20 ट्राई सीरीज से हटने का ऐलान किया। यह सीरीज पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ होनी थी। एसीबी ने मारे गए खिलाड़ियों को अफगान क्रिकेट का जमीनी नायक बताया।
अफगानिस्तान के स्टार खिलाड़ियों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। तेज गेंदबाज फजलहक फारूकी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि निर्दोष नागरिकों और खिलाड़ियों का नरसंहार एक जघन्य अपराध है। उन्होंने कहा कि यह घटना सम्मान नहीं बल्कि घोर अपमान है।
राशिद खान ने भी हमले पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी ने युवा क्रिकेटरों की जान ले ली है। उन्होंने नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने को बर्बर बताया। राशिद ने एसीबी के फैसले का स्वागत किया और कहा कि राष्ट्रीय गरिमा सबसे पहले आती है।
दोनों देशों के बीच तनाव का इतिहास
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। पिछले हफ्ते इस्लामाबाद ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच सैन्य झड़पें शुरू हो गई थीं।
बुधवार शाम को दोनों पक्षों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी थी। लेकिन शुक्रवार की रात में पाकिस्तान ने फिर हवाई हमले किए। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि हमले में पांच अन्य नागरिकों की भी मौत हुई है। घटना की जांच अभी जारी है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है। मानवाधिकार संगठनों ने नागरिकों के खिलाफ हमलों की निंदा की है। उन्होंने तत्काल युद्धविराम की मांग की है।
पक्तिका प्रांत के अरगुन जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। स्थानीय निवासी अपने घरों से पलायन कर रहे हैं। अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है।
यह घटना अफगानिस्तान में क्रिकेट के विकास के लिए एक बड़ा झटका है। मारे गए खिलाड़ी स्थानीय क्लबों का प्रतिनिधित्व करते थे। अफगान क्रिकेट बोर्ड ने शोक व्यक्त किया है। बोर्ड ने खिलाड़ियों के परिवारों से संपर्क बनाए रखा है।
पाकिस्तानी सेना ने अभी तक इस विशेष हमले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। सेना के प्रवक्ता ने केवल इतना कहा कि सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियों पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने कहा कि सेना सुरक्षा बलों पर हमलों का जवाब देती रहेगी।
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। सरकार ने पाकिस्तान से ऐसी कार्रवाई न दोहराने की मांग की है। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध और खराब हुए हैं।
