Shimla News: हिमाचल प्रदेश में किसानों से धान की फसल खरीद का कार्यक्रम शुक्रवार से शुरू हो रहा है। प्रदेश के सभी धान खरीद केंद्र तीन अक्टूबर से किसानों की फसल खरीदना आरंभ कर देंगे। खाद्य आपूर्ति विभाग ने इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
किसान पहले ही धान बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवा रहे हैं। अब तक 3400 से अधिक किसानों ने विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है। इनमें से 3228 पंजीकरण सत्यापित किए जा चुके हैं। 2636 किसानों के टोकन जनरेट भी किए जा चुके हैं।
खरीद अवधि और मूल्य
धान खरीद केंद्र तीन अक्टूबर से पंद्रह दिसंबर तक खुले रहेंगे। किसानों को धान का 2425 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य मिलेगा। विभाग ने इस बार 31,100 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है।
खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हैं। किसानों के लिए विशेष पोर्टल तैयार किया गया है। इस पोर्टल पर धान खरीद से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध हैं।
मंडियों की सूची
प्रदेश में ग्यारह मंडियों में धान खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। अनाज मंडी फतेहपुर, रियाली और मीलवां में केंद्र खुलेंगे। नगरोटा बगवां, धौलाकुंआ और पांवटा साहिब में भी खरीद होगी।
नालागढ़ का मार्केट यार्ड, मलपूर बद्दी और टकारला तथा रामपुर में भी किसान अपनी फसल बेच सकेंगे। ये सभी केंद्र किसानों की सुविधा के लिए तैयार किए गए हैं।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
किसान किसी भी कंप्यूटर कैफे या लोक मित्र केंद्र से पंजीकरण करवा सकते हैं। मोबाइल फोन के माध्यम से भी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन संभव है। पंजीकरण के लिए आधार और बैंक खाते की जानकारी अपलोड करनी होगी।
पंजीकरण के बाद किसानों को टोकन नंबर और तारीख मिल जाएगी। इससे किसानों को फसल बेचने में आसानी होगी। भुगतान सीधे किसानों के खाते में किया जाएगा।
विभाग ने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का प्रयास किया है। किसानों को अब लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी। टोकन सिस्टम से समय की बचत होगी।
यह व्यवस्था किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो रही है। किसान घर बैठे ही अपनी फसल बेचने का समय निर्धारित कर सकते हैं। इससे उनका समय और श्रम दोनों बचेगा।
