Himachal Pradesh News: धर्मशाला के दाड़ी आईटीआई में एक विशेष रोजगार मेला आयोजित हुआ। इसमें 200 से अधिक युवाओं ने संयुक्त अरब अमीरात में नौकरी के लिए साक्षात्कार दिया। यह आयोजन राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम और एक निजी एजेंसी के सहयोग से किया गया। युवाओं को डिलीवरी राइडर, वेयरहाउस सहायक जैसे पदों के लिए चुना जाएगा।
इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के हितों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। विदेश भेजने की पूरी प्रक्रिया अब सरकारी निगरानी में होगी। इससे धोखाधड़ी और शोषण की आशंका खत्म होगी। सरकार का लक्ष्य सुरक्षित और सम्मानजनक रोजगार दिलाना है।
सरकार की पहल से बदलेगी तस्वीर
मंत्री ने आगे कहा कि सरकार केवल नौकरी दिलाना नहीं चाहती। वह युवाओं को एक बेहतर भविष्य देने का अवसर देना चाहती है। हिमाचल का युवा अब एक संरक्षित प्रणाली का हिस्सा बनेगा। यह पहली बार है जब राज्य सरकार सीधे तौर पर इस प्रक्रिया में शामिल हुई है।
इससे पहले कई युवा निजी एजेंसियों पर निर्भर रहते थे। अक्सर उन्हें विदेश में परेशानी का सामना करना पड़ता था। नई व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। रोजगार कार्यालय इस पूरे प्रयास की निगरानी करेगा।
बड़ी संख्या में युवाओं ने लिया भाग
रोजगार मेले में बड़ी संख्या में युवा पहुंचे। इनमें आईटीआई के छात्र और स्थानीय युवा शामिल थे। सभी विदेश में रोजगार पाने के इच्छुक थे। क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी अक्षय कुमार ने युवाओं को जानकारी दी। उन्होंने नौकरी की शर्तों और प्रक्रिया के बारे में समझाया।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। संयुक्त निदेशक कृषि राहुल कटोच ने युवाओं का उत्साह बढ़ाया। आईटीआई के प्रधानाचार्य राजेश कुमार पुरी ने व्यवस्था बनाए रखी। जिला रोजगार अधिकारी आकाश राणा भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
यूएई में मिलेंगे ये रोजगार अवसर
इस भर्ती अभियान में तीन प्रमुख पदों के लिए युवाओं का चयन होगा। डिलीवरी राइडर्स की भारी मांग यूएई में है। वेयरहाउस हेल्पर्स की भी आवश्यकता है। पिकर्स के तौर पर काम करने का भी अवसर मिलेगा। ये सभी पद लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स क्षेत्र से जुड़े हैं।
ये नौकरियां उन युवाओं के लिए अच्छा विकल्प हैं जो तकनीकी ज्ञान रखते हैं। आईटीआई की पढ़ाई कर चुके युवाओं के लिए यह स्वर्णिम अवसर है। इन पदों पर चयनित युवाओं को अच्छा वेतन मिलने की उम्मीद है। साथ ही रहने और खाने की उचित व्यवस्था भी होगी।
राज्य सरकार की नई रणनीति
हिमाचल सरकार ने रोजगार सृजन को लेकर गंभीगता दिखाई है। प्रदेश के युवाओं को विदेश में बेहतर मौके दिलाना नई प्राथमिकता है। इसके लिए सरकारी एजेंसियों को सीधे जिम्मेदारी दी गई है। निजी भर्ती एजेंसियों के साथ साझेदारी भी की जा रही है।
इससे युवाओं को कानूनी सुरक्षा मिलेगी। उनके वेतन और काम के घंटे तय होंगे। किसी भी तरह की समस्या होने पर राज्य सरकार हस्तक्षेप करेगी। यह नीति दीर्घकाल में युवाओं के विश्वास को बढ़ाएगी। रोजगार मेलों का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
