Delhi News: राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर तीखी बहस हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आतंकवादी हमलों के दौरान विपक्ष ने सरकार का बिना शर्त समर्थन किया। उन्होंने देश की एकता पर जोर दिया। जवाब में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आजादी के बाद ऐसा ऑपरेशन कभी नहीं हुआ। नड्डा ने खड़गे के बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन पर चर्चा नियम 167 के तहत होनी चाहिए।
खड़गे का बयान और नड्डा का जवाब
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पहलगाम हमले के आतंकी अब भी फरार हैं। उन्होंने सरकार से कार्रवाई की मांग की। खड़गे ने अमेरिकी राष्ट्रपति के मध्यस्थता वाले बयान पर भी सवाल उठाए। जवाब में जेपी नड्डा ने ऑपरेशन सिंदूर को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने खड़गे के बयान को नियम 267 का उल्लंघन करार दिया। नड्डा ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने खड़ге को जन्मदिन की शुभकामनाएं भी दीं।
नियमों पर बहस और सदन स्थगित
जेपी नड्डा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा नियम 167 के तहत होनी चाहिए, न कि नियम 267 के तहत। उन्होंने आशंका जताई कि खड़गे के बयान से गलत संदेश जा सकता है। नड्डा ने स्पष्ट किया कि सरकार चर्चा से पीछे नहीं हट रही। राज्यसभा अध्यक्ष ने पूर्ण चर्चा का आश्वासन दिया। इसके बाद सदन को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। यह बहस राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चर्चा को दर्शाती है।
खड़गे ने उठाए गंभीर सवाल
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आतंकियों पर कार्रवाई में देरी क्यों हुई। खड़गे ने अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों पर नाराजगी जताई, जिसमें उन्होंने भारत-पाक युद्ध रोकने की बात कही थी। खड़गे ने इसे देश के लिए अपमानजनक बताया। उन्होंने सरकार से जवाबदेही की मांग की। यह बयान विपक्ष की राष्ट्रीय सुरक्षा पर सक्रिय भूमिका को दर्शाता है।
