National News: संसद में ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन और विनियमन) बिल, 2025 पारित होने के बाद प्रमुख गेमिंग प्लेटफॉर्म्स ने तत्काल प्रभाव से रियल-मनी गेम बंद कर दिए हैं। ड्रीम11, एमपीएल और जूपी ने अपने सभी पेड गेम्स की सेवाएं रोक दी हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स का जमा पैसा निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
प्रमुख प्लेटफॉर्म्स का फैसला
मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) ने सबसे पहले भारत में सभी रियल-मनी गेम्स पर रोक लगाई। ड्रीम11 की पैरेंट कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स ने 20 अगस्त को आंतरिक बैठक में देश भर में पैसे वाले गेम्स बंद करने का निर्णय लिया। जूपी ने भी इसी कड़ी में अपने सभी पेड गेम्स बंद करने की घोषणा की।
ड्रीम11 से पैसा निकालने की प्रक्रिया
यूजर्स अपने ड्रीम11 अकाउंट में लॉग इन करके माई बैलेंस सेक्शन में जा सकते हैं। विनिंग्स विकल्प चुनकर विदड्रॉ बटन पर क्लिक करें। निकाली जाने वाली राशि दर्ज करके रिक्वेस्ट सबमिट कर दें। निकासी के लिए अकाउंट का वेरिफाइड होना और न्यूनतम 200 रुपये का बैलेंस होना आवश्यक है।
एमपीएल से फंड्स निकालना
एमपीएल से पैसा निकालने के लिए यूजर्स का केवाईसी वेरिफाइड होना जरूरी है। वॉलेट पेज पर जाकर बैंक अकाउंट लिंक करना होगा। विदड्रॉ बटन दबाकर लिंक्ड अकाउंट और राशि का चयन करें। ट्रांजैक्शन कन्फर्म करने के बाद पैसा बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा।
तकनीकी समस्याओं का समाधान
अगर पैसा फंस जाता है तो ट्रांजैक्शन हिस्ट्री चेक करें। कस्टमर सपोर्ट से संपर्क करके समस्या का समाधान लें। तकनीकी खराबी की स्थिति में सर्वर रीस्टार्ट होने का इंतजार करना पड़ सकता है। गेम आईडी प्रदान करके सहायता टीम से मदद ली जा सकती है।
नए बिल का प्रभाव
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नया बिल ऑनलाइन गेमिंग को तीन श्रेणियों में विभाजित करता है। ई-स्पोर्ट्स और ऑनलाइन सोशल गेमिंग को प्रोत्साहित किया जाएगा। ऑनलाइन मनी गेमिंग को सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा माना गया है। इससे लाखों युवाओं और परिवारों की बचत प्रभावित हुई है।
यूजर्स के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
सभी प्लेटफॉर्म्स ने यूजर्स को उनका बैलेंस वापस दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। निकासी की सीमा 200 रुपये से 2,00,000 रुपये तक है। दिन में अधिकतम तीन बार निकासी की जा सकती है। पैसा बैंक अकाउंट में IMPS या NEFT के माध्यम से ट्रांसफर होता है।
