Himachal News: हिमाचल प्रदेश में Online Fraud का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। शातिरों ने सोशल मीडिया पर केंद्रीय वित्त मंत्री का फर्जी वीडियो डालकर एक व्यक्ति से 42 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने शिमला स्थित साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फेसबुक विज्ञापन से बिछाया जाल
शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्हें फेसबुक पर एक वीडियो विज्ञापन दिखा। इसमें केंद्रीय वित्त मंत्री की फोटो और नाम का गलत इस्तेमाल किया गया था। विज्ञापन में दावा किया गया कि मात्र 22,000 रुपये के निवेश पर हर दिन भारी मुनाफा होगा। इस दावे को सच मानकर पीड़ित ने 21,246 रुपये जमा कर दिए। यह Online Fraud का पहला चरण था।
मुनाफे का झांसा और जूम मीटिंग
पैसे जमा करने के बाद पीड़ित को एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने बताया कि उनका रजिस्ट्रेशन हो गया है। एक वेबसाइट पर उनका ट्रेडिंग अकाउंट भी बना दिया गया। इसके बाद ठगों ने पीड़ित को जूम (Zoom) मीटिंग के जरिए और पैसे निवेश करने का लालच दिया। विश्वास जीतने के लिए शुरू में उन्हें 50,000 रुपये निकालने की अनुमति दी गई।
टैक्स और फीस के नाम पर लूट
पीड़ित को डैशबोर्ड पर भारी मुनाफा दिख रहा था। जब उन्होंने यह रकम निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने शर्तें रख दीं।
- कैपिटल गेन टैक्स: पैसे रिलीज करने के लिए पहले टैक्स मांगा गया।
- एक्सचेंज रेट शुल्क: टैक्स भरने के बाद कहा गया कि एक्सचेंज रेट लैप्स हो गया है, इसलिए दोबारा पैसे भरें।
- करेंसी कन्वर्जन फीस: अगले दिन एक ईमेल भेजकर USD को INR में बदलने के लिए 15% एक्स्ट्रा चार्ज मांगा गया।
- वेंडर फीस: अंत में व्हाट्सएप कॉल के जरिए वेंडर फीस की मांग की गई।
42 लाख गंवाने के बाद खुली आंखें
पीड़ित लगातार पैसे जमा करते रहे, लेकिन उन्हें एक रुपया भी वापस नहीं मिला। कुल मिलाकर उनके साथ करीब 42 लाख रुपये की ठगी हुई। अंत में उन्हें एहसास हुआ कि वे Online Fraud का शिकार हो चुके हैं। उन्होंने तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क किया।
पुलिस की सख्ती और सलाह
साइबर पुलिस ने लोगों को ऐसे लुभावने विज्ञापनों से सावधान रहने को कहा है। पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया पर दिखने वाले भारी रिटर्न के दावों पर भरोसा न करें। किसी भी अनजान लिंक या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर पैसे लगाने से बचें। ठगी का संदेह होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करें।
