India News: डॉक्टरों ने पुराने प्रेशर कुकर के स्वास्थ्य जोखिमों को लेकर चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों के अनुसार दस साल से अधिक पुराने कुकर भोजन में सीसा मिला सकते हैं। यह धातु शरीर में जमा होकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है। बच्चों के मस्तिष्क विकास के लिए यह विशेष रूप से हानिकारक है।
सीसा रिसाव का खतरा
पुराने प्रेशर कुकर से सीसा का रिसाव हो सकता है। यह धातु भोजन में मिलकर शरीर में प्रवेश करती है। सीसा आसानी से शरीर से बाहर नहीं निकलता। यह रक्त, हड्डियों और मस्तिष्क में जमा होता रहता है। समय के साथ यह विषाक्तता पैदा कर सकता है।
बच्चों के लिए विशेष जोखिम
बच्चों पर सीसा का प्रभाव अधिक खतरनाक होता है। यह मस्तिष्क के विकास को धीमा कर सकता है। आईक्यू स्तर कम होने की आशंका रहती है। तंत्रिका तंत्र और अन्य अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। याददाश्त संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
कुकर बदलने के संकेत
दस साल से अधिक पुराने कुकर को तुरंत बदल देना चाहिए। अंदरूनी सतह पर खरोंच या काले धब्बे दिखाई दें तो सावधान हो जाएं। ढक्कन का ढीला होना या सीटी का काम न करना भी खतरे के संकेत हैं। भोजन में धातु जैसा स्वाद आने लगे तो कुकर बदल दें।
स्टेनलेस स्टील है बेहतर विकल्प
विशेषज्ञ एल्युमीनियम कुकर के बजाय स्टेनलेस स्टील के उपयोग की सलाह देते हैं। स्टेनलेस स्टील कुकर लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं। इनमें धातु के रिसाव की आशंका कम होती है। ये पर्यावरण के लिए भी बेहतर माने जाते हैं। कई उपभोक्ता इसकी पुष्टि भी करते हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
डॉक्टर की चेतावनी वायरल वीडियो के रूप में सामने आई है। इस वीडियो को एक लाख से अधिक बार देखा जा चुका है। कई उपयोगकर्ताओं ने स्टेनलेस स्टील कुकर अपनाने की बात कही। कुछ लोगों ने पारंपरिक एल्युमीनियम कुकर के सुरक्षित होने पर सवाल उठाए। स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
