Nurpur News: नूरपुर वन मंडल में खैर की अवैध कटाई का मामला विवादों में घिर गया है। 23 अगस्त को दिनी-हटली विट के बीच खैर का मटेरियल ले जा रही आल्टो कार पकड़ी गई। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान शुरू से ही विरोधाभासी रहे हैं। इससे पूरे प्रकरण की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
वन रक्षा सुखविंद्र सिंह ने शुरू में कोई जानकारी न होने की बात कही। रे रेंज अधिकारी सतपाल ने भी कार्रवाई से इनकार किया। बाद में पता चला कि गदराना पंचायत निवासी पवन की कार पकड़ी गई थी। पवन का दावा है कि उसने खैर अपनी निजी भूमि से काटी थी।
ब्लॉक अधिकारी फतेहपुर ब्रह्म सिंह ने बताया कि कार में 35-40 किलो खैर के चिप्स मिले। उन्होंने कहा कि कार रे रेंज में पकड़ी गई और बाद में ज्वाली रेंज को सौंप दी गई। पवन ने स्वीकार किया कि वह पहले भी पेड़ काटकर ठेकेदार हंसराज को देता रहा है।
हंसराज की कत्था भट्टी पर जांच में ताजा कटे खैर के टुकड़े मिले। भट्ठी पर मौजूद व्यक्ति ने दावा किया कि भट्ठी महीनों से बंद है। रेंज अधिकारी सतपाल कई दिनों तक फोन पर उपलब्ध नहीं रहे। उन्होंने बाद में सिंज मेले में व्यस्त होने का हवाला दिया।
28 अगस्त को पवन और हंसराज वन गार्ड के निवास पर मिले। हंसराज ने पवन के साथ खैर की आपूर्ति के संबंध से इनकार किया। ज्वाली रेंज अधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि जांच जारी है। कार विभाग के कब्जे में है और डैमेज रिपोर्ट जारी की गई है।
वन विभाग के अलग-अलग बयानों ने मामले को उलझा दिया है। कोई घटना को रे रेंज से जोड़ता है तो कोई ज्वाली रेंज से। पारदर्शी जांच की मांग उठ रही है। मामले में कई सवाल अनुत्तरित हैं।
