Kangra News: हिमाचल कहने को शिक्षा में नंबर वन होने का दम भरता है, लेकिन ग्राउंड पर हालात बेहद खराब हैं। यकीन नहीं आता तो कांगड़ा विधानसभा हलके के तहत सिंबल खोला स्कूल के हाल देख लीजिए। आए दिन दावे करने वाले नेता इस स्कूल की खराब हालत पर अब तक कुछ नहीं कर पाए हैं।
खोली गांव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिंबल खोला स्कूल भवन की छत टूटने की कगार पर पहुंच गई है। 1982 में बने सिंबल खोला खोली स्कूल भवन के अंतर्गत चार कमरों का निर्माण किया गया था, परंतु बरसात में भारी बारिश के चलते इस स्कूल भवन की छत से पानी टपकना शुरू हो गया है और सभी कमरों कमरों के अंदर सीलन ही सीलन हो गई है।
जिसके कारण एक कमरे में चलाई जा रही आंगनबाड़ी को भी अन्य जगह किराए पर कमरा लेकर शिफ्ट किया गया है, ताकि छोटे- छोटे बच्चों को कोई नुकसान न पहुंचे। गांव खोली के सिंबल खोला स्कूल भवन के तीन कमरों के ऊपर के लैंटल से पानी का रिसाव होने से लैंटल के गिरने का खतरा बना हुआ है।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिंबल खोला खोली में इस समय पांच कक्षाओं के 28 बच्चों को अध्यापिकाएं एक ही कमरे में पढ़ाने को मजबूर हो गई हैं, जिससे बच्चों को सुरक्षित रखा जाए और उनका स्वास्थ भी खराब ना हो, क्योंकि अन्य तीन कमरों में सीलन के साथ लैंटल से पानी टपक रहा है। स्कूल के अन्य कमरों का सामान भी एक ही कमरे में रखना पड़ा है और 28 बच्चे भी इसी एक कमरे में पढऩे को मजबूर हैं।
इस समय एक ही कमरे में हैड टीचर अध्यापिका कुसुम लता, जेबीटी अध्यापिका अमिता देवी, एक कुक, एक हेल्पर और 28 बच्चों को पढ़ा व देखरेख कर रहे हैं। स्कूल कमेटी के द्वारा बजट के लिए पत्र प्रेषित कर दिया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल कमेटी से एस्टीमेट के डॉक्यूमेंट्स मांगे गए हैं। एसएसए के जेई अनिल कुमार भी स्कूल भवन के तीन कमरों का निरीक्षण कर चुके हैं। -एचडीएम
एक कमरे में पढ़ाई करने को मजबूर नौनिहाल
राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिंबल खोला खोली स्कूल हैड टीचर अध्यापिका कुसुम लता, जेबीटी अध्यापिका अमिता देवी ने बताया कि तीन कमरों में पानी का रिसाव हो रहा है और सीलन भी बहुत ज्यादा है, जिसके कारण एक कमरे में ही सभी बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है और सामान भी एक ही कमरे में रखा गया है । इन तीन कमरों को इन सर्दियों में ही जल्द से जल्द बनाया जाए, क्योंकि अगर देरी होती है तो गर्मियों के मौसम में ज्यादा परेशानियां होंगी।