Jammu Kashmir News: गृह मंत्रालय ने श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए भीषण विस्फोट को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह घटना पूरी तरह से एक दुर्घटना थी। इसमें किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि या हमले का हाथ नहीं है। विस्फोट फोरेंसिक टीम द्वारा विस्फोटक सामग्री का नमूना लेते समय हुआ।
प्रारंभिक जांच के अनुसार विस्फोट उस समय हुआ जब पुलिस और एफएसएल टीम फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक सामग्री का नमूना ले रही थी। यह सामग्री सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल मामले में बरामद की गई थी। विस्फोटक अत्यंत संवेदनशील और अस्थिर प्रकृति का था। मानक प्रक्रिया के तहत सैंपलिंग के दौरान रात 11:20 बजे अचानक विस्फोट हो गया।
विस्फोट की पूरी कहानी
घटना के समय स्थल पर कई एजेंसियों की टीमें मौजूद थीं। राज्य जांच एजेंसी की टीम विस्फोटक सामग्री की जांच कर रही थी। फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीम नमूने एकत्र कर रही थी। मजिस्ट्रेट और क्राइम फोटोग्राफर भी मौके पर उपस्थित थे। एक स्थानीय दर्जी और कई पुलिस अधिकारी भी विस्फोट में घायल हुए।
सैंपलिंग प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था। लेकिन विस्फोटक सामग्री की अस्थिर प्रकृति के कारण हादसा हो गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि पुलिस स्टेशन की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा। इस दुर्घटना में नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
गृह मंत्रालय का आधिकारिक बयान
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने इस घटना पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घटना के कारणों की जांच जारी है। किसी भी प्रकार की अटकलें लगाना उचित नहीं होगा। सरकार मृतकों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करती है। घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह विस्फोट आतंकी हमला नहीं था। यह जांच प्रक्रिया के दौरान हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी। विस्फोटक सामग्री पहले से ही अत्यंत संवेदनशील थी। एफआईआर नंबर 162/2025 के तहत यह सामग्री बरामद की गई थी।
जारी है विस्तृत जांच
पिछले दो दिनों से लगातार विस्फोटक सामग्री की सैंपलिंग चल रही थी। मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जा रहा था। नायब तहसीलदार भी इस प्रक्रिया का हिस्सा थे। विस्फोट के समय सभी संबंधित अधिकारी मौके पर मौजूद थे। अब इस पूरी घटना की विस्तृत जांच शुरू की गई है।
जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि विस्फोट क्यों हुआ। क्या सुरक्षा प्रोटोकॉल में कोई कमी रह गई थी। विस्फोटक सामग्री को संभालने की प्रक्रिया की समीक्षा की जा रही है। भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार चल रहा है। सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
