North Korean missile may hit US in 33 minutes: अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन चीन ने दावा किया है, कि उत्तर कोरिया महज 33 मिनट के अंदर अमेरिका को तबाह कर सकता है और वर्ल्ड सुपर पावर होने के बाद भी अमेरिका अपनी तबाही को नहीं रोक पाएगा।
चीन ने चेतावनी दी है, कि अमेरिका के एयर डिफेंस सिस्टम में ‘बड़ा छेद’ है, जिसके जरिए किम जोंग उन का मिसाइल अमेरिकी शहरों पर आफत बरसा सकता है। चीन ने दावा किया है, कि उत्तर कोरिया, अमेरिका पर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) दाग सकता है, जिसे अमेरिका पर गिरने में सिर्फ और सिर्फ 33 मिनट लगेंगे।
33 मिनट में अमेरिका पर हमला
चीन की राजधानी बीजिंग में वैज्ञानिकों ने उत्तर कोरिया के ICBM लॉन्च पर स्टडी की है और दाव किया है, कि अब उत्तर कोरिया, अमेरिका पर हमला करने में सक्षम हो गया है और अगर अमेरिकी डिफेंस सिस्टम, उत्तर कोरिया के मिसाइल को रोकने में कामयाब नहीं होती है, तो फिर अमेरिका के ऊपर उत्तर कोरिया का मिसाइल गिर जाएगा। बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम इंजीनियरिंग के वैज्ञानिकों की टीम ने चेतावनी दी है, कि उत्तर कोरिया की परमाणु सक्षम ह्वासोंग-15 मिसाइल, लगभग 13,000 किलोमीटर की दूरी तक मार करने की क्षमता रखती है, यानि इस मिसाइल के जरिए उत्तर कोरिया, अमेरिका के ज्यादातर हिस्से पर हमला कर सकता है। यानि, चीन की मानें, तो उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर हमला करने क्षमता हासिल कर ली है।
अमेरिका के डिफेंस सिस्टम में छेद
चीनी वैज्ञानिकों ने ये भी चेतावनी दी है, कि अमेरिका के न्यूक्लियर डिफेंस शस्त्रागार में छेद है। वैज्ञानिकों ने कहा है, कि उनके परीक्षणों से पता चला है कि मौजूदा अमेरिकी मिसाइल डिफेंस नेटवर्क की ‘किल चेन’ में गैप है, लिहाजा अमेरिका के लिए किसी भी हमले की पहचान करना और खुद का बचाव करना काफी संघर्ष भरा होगा। अमेरिका के डिफेंस सिस्टम में गैप है, इसको लेकर रिसर्च रिपोर्ट चीन के टॉप, इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस डिफेंस ने पब्लिश किया है, जो रिसर्च के ऊपर काम करता है। इस रिसर्च का नेतृत्व चीन के प्रमुख वैज्ञानिक तांग युयान ने किया है और इसे फरवरी महीने में मॉडर्न डिफेंस टेक्नोलॉजी जर्नल में जारी किया गया है। चीनी वैज्ञानिकों ने ये रिसर्च उस वक्त शुरू किया था, जब उत्तर कोरिया ने अपनी राजधानी प्योंगयोग के दक्षिण में स्थित प्योंगन शहर से ICBM मिसाइल सनचॉन को पिछले साल लॉन्च किया था और किम जोंग उन की बहन ने दावा किया था, कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका के कोलंबिया तक मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है।
अमेरिका को क्यों नहीं रोक सकता मिसाइल?
चीन के वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में कहा है, कि मिसाइल लॉन्च होने के बाद 20 सेकंड के बाद अमेरिका को अलर्ट मिलेगा और उसके 11 मिनट के भीतर, अमेरिका की न्यूक्लियर डिफेंस एक्शन में आ जाएगी, और फिर उस मिसाइल को रोकने के लिए अमेरिका के अलास्का शहर के फोर्ट ग्रीली से न्यूक्लियर डेटरेंस मिसाइस फायर हो जाएगी। अगर अमेरिका का पहला डिफेंस मिसाइल फेल हो जाता है, तो फिर अमेरिका के कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से दूसरा मिसाइल लॉन्च किया जाएगा। चीन के वैज्ञानिक तांग ने कहा, कि अमेरिका का डिफेंस सिस्टम प्रभावशाली है, लेकिन उन्होंने कहा, कि इन एक्शन के दौरान “दुश्मन के मिसाइल को मार गिराने की श्रृंखला” में एक गैप उत्पन्न होता है और उत्तर कोरिया जैसे देश इसकी पहचान करके इसका फायदा उठा सकते हैं। आपको बता दें, कि चीनी वैज्ञानिकों ने इस तरह का एक और रिसर्च उस वक्त किया था, जब चीन ने हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया था और उसके वैज्ञानिकों ने अमेरिका के अंदर संभावित लक्ष्यों का निशानदेही की थी।
उत्तर कोरिया से अमेरिका को कितना खतरा?
चीन के वैज्ञानिकों का रिसर्च उत्तर कोरिया द्वारा लगातार की जा रही बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण और परीक्षण को लेकर भी किया गया है। पिछले कुछ महीनों से उत्तर कोरिया ने लगातार समुद्र से कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। वहीं, उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन, खुद हर परीक्षण में देश के सामने सार्वजनिक आ रहे हैं और बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण के दौरान वहां मौजूद रहे हैं। इतना ही नहीं, अब किम जोंग उन मिसाइल टेस्टिंग के दौरान अपनी बेटी के साथ भी आने लगे हैं। लिहाजा, एक्सपर्ट्स का कहना है, कि अपने परमाणु हथियारों को समर्पण करने का किम जोंग उन का कोई इरादा नहीं है और परमाणु बमों को किम जोंग उन अपने परिवार, अपने अस्तित्व और अपने शासन के लिहाज से सबसे मजबूत गारंटी के तौर पर देखते हैं।