शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

उत्तर भारत: कड़ाके की ठंड का दौर शुरू, मौसम विभाग ने जारी किया कोहरे का अलर्ट

Share

Weather News: देश के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में भीषण ठंड ने दस्तक दे दी है। पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी से तापमान जमाव बिंदु के आसपास पहुंच गया है। मैदानी इलाकों में पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी।

दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। विभाग ने उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में पांच दिन तक कोहरा छाने का अनुमान जताया है। इसकी वजह उत्तरी पाकिस्तान में सक्रिय एक हल्का पश्चिमी विक्षोभ है। यह प्रणाली उत्तर-पश्चिम भारत में ठंडक बनाए रखेगी।

मौसमी प्रणालियां बनी हुई हैं सक्रिय

उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम भी सक्रिय है। इसकी हवा की गति 120 नॉट तक पहुंच रही है। यह जेट स्ट्रीम सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ को मजबूती प्रदान करती है। इसके प्रभाव से तापमान में और गिरावट आने की संभावना है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 17 से 20 दिसंबर के बीच न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहेगा। रात के समय ठंड का प्रकोप बढ़ेगा। दिन में धूप निकलने पर तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। लेकिन समग्र रूप से मौसम ठंडा ही बना रहेगा।

हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और कोहरे की चेतावनी

हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम ने करवट ले ली है। लाहौल-स्पीति की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है। इससे पहाड़ों पर ठंड का प्रभाव और बढ़ गया है। कई स्थानों का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है।

यह भी पढ़ें:  प्रियंका गांधी: बीजेपी एक बैलेट पेपर से चुनाव लड़कर दिखाए, रामलीला मैदान से दी खुली चुनौती; चुनाव आयोग पर भी उठाए सवाल

कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान माइनस 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ताबो में तापमान माइनस 2.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने 17 और 18 दिसंबर के लिए मैदानी क्षेत्रों में कोहरे को लेकर पीला अलर्ट जारी किया है। यातायात पर प्रतिकूल प्रभाव की आशंका है।

उत्तराखंड में भी बढ़ेगी ठंड

उत्तराखंड में मौसम सर्द लेकिन शुष्क बना हुआ है। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले चार से पांच दिनों में न्यूनतम तापमान गिरेगा। तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। इससे रात की ठंड काफी बढ़ जाएगी।

मौसम विभाग ने 17 से 22 दिसंबर तक हल्के से मध्यम स्तर के कोहरे का अनुमान जताया है। साथ ही 17 दिसंबर की रात से हिमालय क्षेत्र में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में आने की संभावना है। इसके चलते चार-पांच दिन आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं।

पूर्वी भारत में भी ठंड का प्रभाव

पूर्वी भारत के राज्यों में भी ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सुबह के समय हल्का कोहरा देखने को मिल रहा है। दिन का तापमान भी सामान्य से कम है।

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि उत्तर से आने वाली ठंडी हवाएं पूर्वी राज्यों के तापमान को प्रभावित कर रही हैं। आने वाले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में भी ठंड की तीव्रता बढ़ सकती है। लोगों को गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी जा रही है।

यह भी पढ़ें:  नशा तस्करी: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में घुमारवीं पुलिस ने तीन राज्यों के 5 आरोपियों से 361 ग्राम चरस बरामद की

यातायात पर पड़ सकता है प्रभाव

उत्तर भारत में कोहरे के बढ़ने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। सड़क मार्ग और रेल सेवाओं में व्यवधान आ सकता है। हवाई सेवाएं भी देरी से संचालित हो सकती हैं। मौसम विभाग ने यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

राज्य सरकारों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सड़कों पर कोहरा छांटने वाले वाहन तैनात किए जा सकते हैं। यातायात पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों से कहा गया है कि वे गैरजरूरी यात्राएं टाल दें।

कृषि पर संभावित असर

मौसम में आ रहे बदलाव का कृषि पर भी असर पड़ सकता है। अत्यधिक ठंड और कोहरे से रबी की फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी फसलों की उचित देखभाल करें। विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने की बात कही है।

हल्के पश्चिमी विक्षोभ से पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। इससे जल संसाधनों में वृद्धि होगी। लेकिन अत्यधिक बर्फबारी से स्थानीय जनजीवन अवरोधित भी हो सकता है। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रहने को कहा है।

Read more

Related News