Stockholm: सोमवार को वर्ष 2025 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा शुरू हो गई। फिजियोलॉजी या मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से दिया गया। मैरी ई. ब्रंकॉव, फ्रेड रैमस्डेल और डॉ. शिमोन साकागुची को यह सम्मान मिला।
इन वैज्ञानिकों को परिधीय प्रतिरक्षा सहनशीलता पर शोध के लिए चुना गया। यह शोध शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा हुआ है। तीनों वैज्ञानिक 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर की पुरस्कार राशि साझा करेंगे।
वैज्ञानिक शोध का महत्व
नोबेल असेंबली ने इस शोध को चिकित्सा जगत के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस खोज ने परिधीय सहनशीलता के क्षेत्र को जन्म दिया है। इससे कैंसर और ऑटोइम्यून बीमारियों के इलाज में मदद मिलेगी।
यह शोध अंग प्रत्यारोपण को और सफल बना सकता है। कई नए उपचार क्लिनिकल परीक्षणों से गुजर रहे हैं। परिधीय प्रतिरक्षा सहनशीलता शरीर की रक्षा प्रणाली को स्थिर रखती है।
शोध की शुरुआत
इस पुरस्कार का आधार बनने वाला शोध एक दशक से अधिक समय तक चला। डॉ. शिमोन साकागुची ने 1995 में पहली महत्वपूर्ण खोज की। वह ओसाका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
सन 2001 में मैरी ई. ब्रंकॉव और फ्रेड रैमस्डेल ने दूसरी महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। डॉ. साकागुची ने दो साल बाद इन खोजों को सफलतापूर्वक जोड़ा। इससे परिधीय सहनशीलता की समझ मजबूत हुई।
नोबेल समिति की घोषणा
नोबेल समिति के महासचिव थॉमस पर्लमैन ने पुरस्कारों की घोषणा की। वह केवल डॉ. साकागुची से सीधे संपर्क कर पाए। उन्होंने अन्य दो विजेताओं को वॉइसमेल छोड़ा।
स्टॉकहोम के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के पैनल ने यह घोषणा की। यह 2025 के नोबेल पुरस्कारों की पहली घोषणा थी। शेष पुरस्कारों की घोषणा सप्ताह भर चलेगी।
नोबेल पुरस्कार का इतिहास
मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार 1901 में शुरू हुआ था। तब से अब तक 229 विजेताओं को यह पुरस्कार मिल चुका है। इन्हें 115 बार यह सम्मान दिया गया है।
नोबेल पुरस्कार दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों को मिलते हैं। अल्बर्ट आइंस्टीन और मैरी क्यूरी जैसे वैज्ञानिकों को यह सम्मान मिल चुका है। नेल्सन मंडेला और मदर टेरेसा को भी नोबेल पुरस्कार मिले।
पिछले वर्ष के विजेता
पिछले साल मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिकों को मिला था। विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन ने यह पुरस्कार साझा किया था। उन्होंने माइक्रोआरएनए की खोज की थी।
माइक्रोआरएनए कोशिकाओं के लिए स्विच का काम करते हैं। यह शोध कोशिका विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे कई बीमारियों के इलाज में मदद मिली है।
आगामी पुरस्कार
मंगलवार को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार घोषित किया जाएगा। बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य का पुरस्कार घोषित होगा। शुक्रवार को शांति पुरस्कार की घोषणा होगी।
अर्थशास्त्र का नोबेल मेमोरियल पुरस्कार 13 अक्टूबर को दिया जाएगा। औपचारिक पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। यह अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है।
अल्फ्रेड नोबेल की विरासत
अल्फ्रेड नोबेल एक स्वीडिश उद्योगपति और वैज्ञानिक थे। उन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था। उन्होंने 1895 में नोबेल पुरस्कारों की स्थापना की।
नोबेल की 1896 में मृत्यु हो गई थी। उनकी वसीयत के अनुसार यह पुरस्कार शुरू किए गए। यह पुरस्कार मानवता की भलाई के लिए दिए जाते हैं। इससे विज्ञान और साहित्य का विकास होता है।
