
CAG की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा यह हुआ है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में भी कागज पर विकास के काम किए गए हैं। CAG की रिपोर्ट में बताया गया है कि जब संयुक्त भौतिक सत्यापन करने के लिए टीम नालंदा जिले में गई तो वहां विकास के काम किए ही नहीं गए थे। बस, कागज पर उसके खर्चे दिए गए थे, लेकिन, भौतिक रूप से वहां कोई काम किया ही नहीं गया था। CAG ने अपनी रिपोर्ट की तस्वीरें भी डाली है और बताया है कि जहां चिन्हित जगह है, वहां कोई काम नहीं किया गया है। दैनिक भास्कर आपको विस्तार से बता रहा कि नालंदा जिले में किस जगह पर कौन-से काम होने थे और वहां सिर्फ कागज पर काम किए गए हैं।
केस 1
- ग्राम पंचायत धुरगांव, जिला नालंदा योजना संख्या 23/ 15 -16 के तहत 2 लाख 73 हजार की प्राक्कलित राशि की ईंट सोलिंग का काम कराना था। लेकिन, जब CAG की टीम वहां पहुंची तो उस जगह पर कोई ईंट सोलिंग का काम नहीं किया गया था। हालांकि अधिकारियों ने बताया कि गलती से उस जगह का नाम टाइप किया हो गया। लेकिन, जब CAG की टीम ने विस्तार से जांच की तो पाया कि यह एक जाली मापी पुस्तिका थी और उसमें किए गए सभी काम जाली थे, उन पर जाली हस्ताक्षर भी किए गए थे।
केस 2
- ग्राम पंचायत अजयपुर, जिला नालंदा, योजना संख्या 5/ 15- 16 के तहत ₹62000 की लागत से वहां ट्यूबवेल लगाना था। जब CAG की टीम वहां पहुंची तो उस जगह पर ट्यूबेल नहीं पाया गया था। जहां ट्यूबेल लगाया जाना था, वहां दीवार के नजदीक पर एक क्रियान्वयन बोर्ड जरूर लगाया गया था। CAG की टीम ने वहां पर कोई ट्यूबवेल नहीं देखा। यह सीधे-सीधे घोटाले का मामला है।
केस 3
- नगर पंचायत इस्लामपुर में 5 लाख 16 हजार के खर्च से वार्ड संख्या 2 में 50 घरों में जलापूर्ति के लिए लघु समरसिबल टैंक को लगाया गया। लेकिन, एक व्यक्ति ने इस पूरे समरसेबल को हड़प लिया। उस व्यक्ति ने यह कहते हुए इस समरसेबल को हड़पा कि वह उसकी निजी जमीन है और वह दूसरे घरों में जलापूर्ति नहीं करने देगा। CAG ने उस समरसेबल की फोटो रिपोर्ट में देते हुए यह बताया है कि अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आम लोगों के घरों में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है।
केस 4
- CAG की टीम ने 9 ग्राम पंचायतों की जांच। उन ग्राम पंचायतों में 19 विकास कार्यों को किये जाने का दावा किया गया था, लेकिन इन 19 कार्यों में से मात्र 1 ग्राम पंचायत एकंगरसराय के वार्ड संख्या चार में एक जलमीनार का निर्माण कराया गया बाकी जगहों पर काम नहीं किए गए थे। CAG ने गंभीरता से रिपोर्ट में बताया है कि मुख्यमंत्री के हर घर नल का जल योजना का धरातल पर कैसे हवा निकल रही है।