Patna News: बिहार के मुख्यमंत्री Nitish Kumar कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। 15 दिसंबर को एक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में Nitish Kumar एक महिला डॉक्टर का हिजाब खींचते हुए दिखाई दिए। इस घटना के बाद उन पर लखनऊ और हैदराबाद में एफआईआर दर्ज की गई है। विपक्ष ने इसे महिला गरिमा पर हमला बताया है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।
Nitish Kumar के खिलाफ कई शहरों में केस
यह घटना पटना में हुई थी। वीडियो में Nitish Kumar डॉ. नुसरत परवीन का हिजाब बिना सहमति के खींचते नजर आए। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की थी। इस मामले में लखनऊ के केसरबाग थाने में सुमैया राणा ने केस दर्ज कराया है। वहीं, हैदराबाद की खालिदा परवीन ने लंगर हौज थाने में शिकायत दी है। लुबना सरवथ ने भी ओस्मानिया पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर की मांग की है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे महिला की पहचान और गरिमा का उल्लंघन माना है।
कानूनी पचड़े में फंसे मुख्यमंत्री
इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील ज्ञान रंजन मिश्रा ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया है। उनके मुताबिक, Nitish Kumar पर आईपीसी की धारा 354 के तहत कार्रवाई हो सकती है। यह धारा महिला की लज्जा भंग करने और आपराधिक बल प्रयोग से जुड़ी है। सार्वजनिक मंच पर नकाब खींचना अपमान की श्रेणी में आता है। चूंकि यह सरकारी कार्यक्रम था, इसलिए यह ‘वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न एक्ट’ (POSH Act) के दायरे में भी आ सकता है। धार्मिक पहचान से जुड़ा मामला होने के कारण धारा 153A भी लागू हो सकती है।
सीएम पद से नहीं मिलती कोई छूट
विशेषज्ञों का कहना है कि मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी Nitish Kumar की गिरफ्तारी संभव है। संविधान में सीएम को राष्ट्रपति या राज्यपाल जैसी कोई विशेष छूट (Immunity) नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट के ललिता कुमारी बनाम यूपी सरकार फैसले के अनुसार, संज्ञेय अपराध में पुलिस सीधे एफआईआर दर्ज कर सकती है। इसके लिए किसी पूर्व मंजूरी की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, 7 साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस देने का नियम है।
पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं कई सीएम
भारत में पद पर रहते हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी का इतिहास रहा है। साल 2024 में दिल्ली के तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया था। इसके अलावा 1996 में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अगर जांच आगे बढ़ती है तो Nitish Kumar के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
