MAHARASHTRA NEWS: नागपुर में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों के बीच मंच पर ही तकरार हो गई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। यह घटना एक रोजगार मेले के आयोजन के दौरान घटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए युवाओं को संबोधित कर रहे थे। ऐसे में दोनों अधिकारियों का व्यवहार चर्चा का विषय बन गया है।
यह घटना डाक विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम की है। दोनों महिला अधिकारी पोस्टल सर्विसेज से जुड़ी हुई हैं। वे मंच पर नितिन गडकरी के बगल वाले सोफे पर बैठी थीं। कार्यक्रम के दौरान ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। एक अधिकारी ने दूसरी को धक्का देते हुए देखा गया।
वीडियो में क्या दिखाई दिया?
वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों अधिकारी एक-दूसरे को खिसकने के लिए कह रही थीं। नारंगी साड़ी पहने शोभा मधले ने ग्रे साड़ी वाली सुचिता जोशी को धक्का मारा। इस दौरान जोशी की चिकोटी भी काटी गई। इस झड़प के कारण पानी का गिलास सोफे पर गिर गया। पूरा वाक्या केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में हुआ।
इस विवाद के पीछे पद और अधिकार को लेकर मतभेद बताया जा रहा है। शोभा मधले का तबादला कर्नाटक के घरवाड़ में हो चुका था। लेकिन उन्होंने कोर्ट से इस ट्रांसफर पर स्टे ले लिया था। इस बीच नवी मुंबई की पोस्टमास्टर जनरल सुचिता जोशी को अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
पद को लेकर है विवाद
पोस्टमास्टर जनरल केपद को लेकर यह तनाव पहले से चला आ रहा था। शोभा मधले का आठ सितंबर को स्थानांतरण हो गया था। नए अधिकारी की नियुक्ति तक सुचिता जोशी को यह प्रभार सौंपा गया। मधले ने अपने स्थानांतरण के आदेश को चुनौती देते हुए अदालत से राहत मांगी थी।
अदालत ने उनके ट्रांसफर पर स्टे दे दिया था। इसके बाद से ही दोनों अधिकारियों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी। यह तनाव कार्यक्रम के दौरान खुलकर सामने आ गया। दोनों ही वरिष्ठ पदों पर कार्यरत हैं और उनके बीच का यह विवाद विभागीय अनुशासन के लिए चुनौती बन गया है।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना
मंत्री की मौजूदगी में मंच पर हुई इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब दोनों महिला अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। इस तरह का व्यवहार सरकारी सेवा के नियमों के खिलाफ माना जा रहा है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद विभागीय स्तर पर जांच शुरू हो गई है। इस मामले में आधिकारिक तौर पर अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि सूत्रों के अनुसार दोनों अधिकारियों को नोटिस जारी किया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ज्यादातर लोगों ने मंच पर इस तरह के व्यवहार की निंदा की है। उनका कहना है कि यह सरकारी अधिकारियों के लिए उचित व्यवहार नहीं है।
