शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

नितिन गडकरी: शौचालय के लिए सलामी छोड़ पेट पकड़कर भागे, पॉडकास्ट में सुनाया मजेदार किस्सा

Share

India News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक पॉडकास्ट में अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा किया है। उन्होंने शौचालय से जुड़ा एक मजेदार किस्सा सुनाया जिसने श्रोताओं को खूब हंसाया। मंत्री ने बताया कि कैसे एक यात्रा के दौरान उन्हें शौचालय जाने की इतनी जरूरत महसूस हुई कि उन्होंने औपचारिक सलामी तक जल्दी में निपटा दी। यह किस्सा सामान्य जन जीवन से जुड़ा हुआ है।

गडकरी ने बताया कि वह विमान से यात्रा कर रहे थे। उस दिन सुबह उनका पेट साफ नहीं हुआ था। हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वह सीधे गाड़ी में बैठ गए। रास्ते में उन्हें शौचालय जाने की तीव्र इच्छा हुई। उन्होंने स्वीकार किया कि वह बहुत दबाव में थे और सावंतवाड़ी पहुंचने का इंतजार कर रहे थे।

सलामी के बीच में ही टूट गया धैर्य

जब वह सावंतवाड़ीपहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनका स्वागत किया। सलामी देने के लिए पुलिसकर्मी वहां खड़े थे। मंत्री ने मजाकिया अंदाज में बताया कि उस समय उनका ध्यान कहीं और था। वह बस शौचालय जाने के बारे में सोच रहे थे। उन्होंने जल्दबाजी में सलामी का जवाब दिया और पेट पकड़कर सीधे शौचालय की ओर भागे।

यह भी पढ़ें:  Dream11 Withdrawal: 29 अगस्त तक सुरक्षित निकालें अपना बैलेंस, जानें पूरी प्रक्रिया

कमोड पर लगा तेल का दाग

गडकरीने अपने किस्से को आगे बताते हुए कहा कि शौचालय पहुंचकर वह तुरंत बैठ गए। तभी उन्होंने देखा कि कमोड के प्लास्टिक पर तेल का रंग लगा हुआ था। मजेदार बात यह हुई कि वह उस तेल के दाग से चिपक गए। इस घटना ने उस पूरे प्रसंग को और भी हास्यास्पद बना दिया। मंत्री ने इस अनुभव को बहुत ही रोचक तरीके से सुनाया।

गडकरी की स्पष्टवादिता

नितिन गडकरीअपनी स्पष्टवादिता और मिलनसार व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। वह अक्सर सार्वजनिक मंचों पर ऐसे व्यक्तिगत किस्से साझा करते हैं। इससे उनकी सामान्य जन से जुड़ाव की छवि और मजबूत होती है। लोग उनकी इसी खूबी के कारण उन्हें सुनना पसंद करते हैं।

यह भी पढ़ें:  भारतीय रेलवे: दिल्ली-पटना रूट पर दौड़ेगी पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, जानें किराया और क्या मिलेगी सुविधाएं

राजनीतिक व्यक्तित्व से अलग छवि

गडकरीभारतीय जनता पार्टी के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं जो सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में समान रूप से लोकप्रिय हैं। उन्होंने कई मौकों पर सरकार के फैसलों की आलोचना भी की है। इससे उनकी एक स्वतंत्र और निर्भीक छवि बनी है। यह पॉडकास्ट कार्यक्रम उनके इसी रूप को सामने लाता है।

यह घटना उनके व्यक्तित्व के मानवीय पहलू को दर्शाती है। एक वरिष्ठ मंत्री का इस तरह का खुलकर अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करना लोगों को प्रभावित करता है। इससे जनता और नेता के बीच की दूरी कम होती दिखती है। गडकरी की यही विशेषता उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।

Read more

Related News