Ukraine Russia News: यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध को एक साल पूरा हो गया है। ऐसे में अब पिछले एक साल से भीषण बारूदी हमले के बीच रूस ने दो नई परमाणु पनडुब्बियों को बनाने में सफलता हासिल की है।
रूसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार यह बोरोई क्लास की दोनों अलेक्जेंडर III पनडुब्बी इस साल के आखिर तक रूसी नौसेना में शामिल कर ली जाएंगी। सेवमाश रूस का सबसे बड़ा शिपबिल्डिंग कार्पोरेशन है और केवल यही परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी बनाता है।
कंपनी दो अलेक्जेंडर III सबमरीन को रूसी नौसेना को देगा। यह बोरोई क्लास की परमाणु पनडुब्बी हैं। प्रत्येक पनडुब्बी 16 बुलावा अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों को दाग सकती है। रूस की इन दोनों परमाणु पनडुब्बियों से नाटो देशों में दहशत है।
पुतिन बढ़ा रहे परमाणु पनडुब्बी का जखीरा
नाटो देशों की सेनाएं यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के सबमरीन बेडे़ को लेकर चेतावनी की घंटी बजा चुकी हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने 20 जनवरी को कहा था कि वह चाहते हैं कि देश समुद्र के अंदर 19,600 फुट के नीचे तलहटी में नियंत्रण करने की क्षमता को हासिल करे ताकि जटिल अंडरवाटर इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षित किया जा सके। वहीं इससे पहले पुतिन ने दिसंबर महीने में कहा था कि रूस और ज्यादा परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों का निर्माण करेगा।
इससे आने वाले कई दशकों तक रूस की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। राखमानोव ने कहा कि सेवमाश ने गति पकड़ ली है और अब 1 से 2 पनडुब्बी हर साल सौंपी जा रही है। यही नहीं स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई महीने में रूसी नौसेना में 4 नए युद्धपोत शामिल होने जा रहे हैं।