Shimla News: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कंडाघाट पुलिस ने एक ट्रक ड्राइवर और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने अपने साथ काम करने वाले एक मुनीम की हत्या कर दी और उसके शव को झाड़ियों में फेंक दिया। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात निवासी प्रेम नारायण के रूप में हुई है। उनके बेटे की शिकायत पर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ा।
पुलिस ने बताया कि मृतक प्रेम नारायण एक कंपनी में मुनीम का काम करते थे। कंपनी के मालिक ने उन्हें 22 सितंबर को ट्रक ड्राइवर नीरज कुमार के साथ माल लेकर चंडीगढ़, सोलन और शिमला भेजा था। उनके साथ एक पिकअप वैन भी चल रही थी, जिसके चालक लाखन सिंह हैं। यह दोनों अब गिरफ्तार किए गए आरोपी हैं।
25 सितंबर की रात को मृतक ने अपने बेटे शिवा को फोन कर बताया था कि उन्होंने सोलन में माल उतार दिया है। उन्होंने कहा कि अगली सुबह वे शिमला के लिए रवाना होंगे। लेकिन अगले दिन ट्रक ड्राइवर नीरज ने शिवा को फोन करके बताया कि उसके पिता गायब हैं। नीरज ने लगातार यही दोहराया कि वह उन्हें ढूंढने की कोशिश कर रहा है।
इसके बाद नीरज ने अपना फोन बंद कर दिया। संदिग्ध हालात देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। तलाशी अभियान के दौरान 30 सितंबर को वाकनाघाट इलाके में एक फर्नीचर शोरूम के पास झाड़ियों में प्रेम नारायण का शव मिला। शव आंशिक रूप से सड़ चुका था। पुलिस ने तुरंत हत्या का मामला दर्ज कर लिया और त्वरित कार्रवाई की।
सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों ने पकड़वाया
जांच टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज का विस्तार से विश्लेषण किया। तकनीकी साक्ष्यों और अन्य जानकारियों के आधार पर आरोपियों का पता लगाया गया। पुलिस ने पाया कि दोनों आरोपी और मृतक 23 सितंबर को फिरोजाबाद से सामान लेकर चले थे। 24 सितंबर को उन्होंने चंडीगढ़ में सामान डिलीवर किया और फिर सोलन के लिए रवाना हुए।
सोलन में सामान उतारने के बाद वे सभी शिमला की ओर चल पड़े। रास्ते में उन्होंने एक शराब के ठेके से शराब खरीदी। इसके बाद कंडाघाट से आगे एक ढाबे पर वे खाना खाने रुके। यहीं पर ट्रक ड्राइवर नीरज और प्रेम नारायण के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हुई। बहस ने झगड़े का रूप ले लिया और मारपीट होने लगी।
झगड़े के बाद ट्रक ड्राइवर ने किया हमला
पुलिस के मुताबिक, झगड़े के दौरान नीरज ने गुस्से में आकर ट्रक की तिरपाल बांधने वाली रस्सी से प्रेम नारायण का गला घोंट दिया। इस हमले में प्रेम नारायण की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद नीरज ने लाखन सिंह की मदद से शव को पिकअप वैन में डाला। उन्होंने शव को वाकनाघाट इलाके में एक फर्नीचर शोरूम के पास झाड़ियों में फेंक दिया।
शव को छिपाने के बाद दोनों आरोपी वापस सोलन की ओर चले गए। वे करीब एक पेट्रोल पंप के पास रुके। 26 सितंबर की सुबह वे दोनों अपनी गाड़ियां लेकर शिमला पहुंचे। शिमला में नीरज ने सामान की डिलीवरी की, जबकि लाखन सिंह अपनी पिकअप वैन लेकर चंडीगढ़ चला गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी रखी है।
पुलिस ने दोनों वाहनों को किया जब्त
पुलिस ने मामले में इस्तेमाल हुए दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है। आरोपियों के पूर्व अपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच चल रही है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और सभी पहलुओं पर विचार कर रही है। इस घटना ने स्थानीय लोगों में रोष पैदा कर दिया है।
यह मामला व्यावसायिक साझेदारी में बढ़ते तनाव और हिंसा की ओर इशारा करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने आरोपियों को जल्द पकड़ने में मदद की। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच आधुनिक अपराध रोकथाम में कितनी उपयोगी साबित हो रही है, यह इस मामले में एक बार फिर साबित हुआ है। पुलिस जांच को अंतिम रूप दे रही है।
