Shimla News: नगर निगम ने प्लास्टिक एकत्र करने का अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत शहर से दूध और दही के प्लास्टिक की थैलियों को एकत्र किया जा रहा है। शुक्रवार को स्वयं मेयर सुरेंद्र चौहान ने शहर के बाजारों में जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान मेयर सुरेंद्र चौहान के साथ सीएचओ डा. चेतन चौहान स्थानीय पार्षद उमंग बांगा, कंगनाधार के पार्षद रामरत्न वर्मा भी मौजूद रहे।
इसके साथ ही नगर निगम के कर्मचारी भी इनके साथ मौजूद रहे। जागरूकता अभियान के दौरान मेयर सुरेंद्र चौहान ने मिडल बाजार और लोअर बाजार के ढाबे बालों से आग्रह किया है कि उनके पास जितनी भी दूध दही की थैलियां जमा होती है, उन्हें सफाई कर्मचारी को अलग से दे। वहीं, साथ ही मेयर ने यह भी आग्रह किया है कि वह शहर को साफ और सुंदर बनाने में अपना मुख्य योगदान दें।
बता दें कि दूध-दही की खाली थैलियों को एकत्र करने वाला यह अभियान 30 मई तक लगातार चलने वाला है और यह हर वार्ड में चलने जा रहा है। हालांकि सफाई कर्मचारियों और डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों ने शुक्रवार से ही इन थैलियों को एकत्र करना शुरू कर दिया है। वहीं, शहरवासियों को यह भी सूचित कर दिया गया है कि सभी अपने घर में इस्तेमाल होने वाली दूध दही की थैलियों को अलग रखें और सफाई कर्मचारियों को भी अलग ही दें।
वहीं, सफाई कर्मचारियों को भी अलग थैले में इन खाली थैलियों को रखना होगा। एसजेवीएनएल इस प्लास्टि के कूड़े को एकत्र कर इसको रिसाइकल करने जा रहा है और इससे शहर के लिए इस्तेमाल करने का प्लान किया जा रहा है। ऐसे में यदि यह प्लान सफल रहता है तो इस प्लान के तहत शहर में प्लास्टिक एकत्र अभियान विशाल रूप से चलाया जाएगा।
खाली थैली को साफ करना लोगों की जिम्मेदारी
शहरवासियों से जो भी दूध दही की थैलियां जमा हो रही है, उन्हें साफ कर ही सफाई कर्मचारी को देना होगा। वहीं, नगर निगम प्रशासन ने भी लोगों को सूचित किया है कि जैसे ही थैली खाली होती है तो उसमें पानी डालकर पहले उसे साफ करें और उसके बाद सफाई कर्मचारी को दे। निगम प्रशासन का कहना है कि यदि वह खाली थैली को बिना साफ करे देते हैं तो उसमें मक्खी मच्छरों का तांता लगा रहेगा, जिससे गंदी बदबू फैल जाएगी। ऐसे में इन्हें साफ करने से इन्हें एकत्र करना भी आसान होगा। इसके लिए प्रशासन ने अलग स्टोर करने की व्यवस्था भी की है।
100 किलो थैलियां एकत्र हुई तो मिलेंगे 2 लाख
दूध-दही की इन थैलियों को एकत्र करने से हर वार्ड के सफाई कर्मचारियों को भी काफी फायदा मिलने वाला है। जिस वार्ड से 50 किलो थैलियां एकत्र होती है, उस वार्ड को एक लाख रुपए इनाम दिया जाएगा और जहां दो 100 किलो एकत्र होंगी उसको दो लाख रुपए दिए जाने हैं।