Himachal Pradesh News: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मंदिरों से संबंधित फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि मंदिरों का पैसा देवी-देवताओं का पैसा है और इसे जनता के हित में खर्च किया जाना चाहिए। अग्निहोत्री बुधवार को अपनी बेटी डॉ आस्था अग्निहोत्री के साथ मां ज्वालामुखी के दरबार में पूजा अर्चना करने पहुंचे थे।
बेटी की शादी का निमंत्रण अर्पित
उपमुख्यमंत्री ने मां ज्वालामुखी के चरणों में अपनी बेटी के विवाह का निमंत्रण पत्र और मिठाई अर्पित की। उन्होंने माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर एसडीएम ज्वालामुखी डॉ संजीव शर्मा और मंदिर अधिकारी तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा भी उपस्थित थे। अग्निहोत्री ने शादी की खुशी माता के चरणों में साझा की।
पंचायत चुनाव विलंब पर स्पष्टीकरण
उपमुख्यमंत्री ने पंचायत चुनाव में हुए विलंब के बारे में स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा की वजह से हिमाचल का कोई भी हिस्सा नुकसान से अछूता नहीं रहा। आधारभूत ढांचा खड़ा करने के लिए थोड़े समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पंचायत चुनाव से पीछे नहीं हट रही है क्योंकि यह पार्टी चिन्ह पर नहीं होते हैं।
वीरभद्र सिंह प्रतिमा मामले पर बयान
अग्निहोत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में सभी को आमंत्रित नहीं किया गया था। इस मामले में उन्होंने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने भाजपा पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाने से इनकार किया।
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। माता ज्वालामुखी और माता नयनादेवी मंदिरों के सौंदर्यीकरण के लिए 100-100 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। माता चिंतपूर्णी मंदिर के लिए 56.26 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। 250 करोड़ की लागत से एक भव्य परिसर का निर्माण किया जा रहा है।
चिंतपूर्णी मंदिर में निमंत्रण अर्पित
मुकेश अग्निहोत्री शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी मंदिर भी पहुंचे। उन्होंने मातारानी के श्रीचरणों में अपनी सुपुत्री के विवाह का निमंत्रण पत्र अर्पित किया। उन्होंने मंदिरों के विकास और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। मंदिरों के संसाधनों के उचित उपयोग पर जोर दिया।
