Shimla News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही जारी है। मंडी के भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने मंगलवार को प्रश्नकाल में जब आपदा से मंडी सीवरेज योजना के क्षतिग्रस्त होने और इसे बनाने का मामला उठाया तो मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने 2,000 करोड़ की पाइप खरीद ली।
चुनाव का समय था, सरकार बचेगी कि नहीं, ये ध्यान में था। आनन-फानन मे पाइपें खरीद लीं। ये लोगों के आंगन में पड़ी हैं। मंत्री आप भी रहे, उससे पहले मैं भी रहा। मैं किसी के कपड़े नहीं उधेड़ना चाह रहा। जो पाइपें खरीदी जानी थीं, नहीं खरीदीं, इसलिए यह देरी हुई। मंडी बहुत महत्वपूर्ण है। हमसे जो संभव होगा, करेंगे। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हाल ही में जल त्रासदी में मंडी और कुल्लू बहुत प्रभावित हुए हैं। जल शक्ति विभाग को अकेले 2,100 करोड़ का नुकसान हुआ है। जलजीवन मिशन में भी 600 करोड़ का नुकसान हुआ है।
मंडी भी हमारे लिए बड़ी चुनौती रहा है। इसलिए सबसे पहले मंडी में पंचवक्त्र मंदिर के नजदीक स्कीम को चालू करवाया। किसी भी ढंग से मंडी को पानी देने का काम किया गया। सवाल यह है कि जिस स्कीम की सीवरेज के लिए बात की जा रही है, उसमें बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। अनिल शर्मा लगातार एमएलए हैं और सांसद भी बने। एनजीटी ने आदेश दिए कि मंडी, कुल्लू आदि में सीवरेज योजनाओं को तैयार किया जाए। इस दौरान त्रासदी आ गई। अभी तक दो करोड़ दिए गए हैं। जैसे-जैसे धन उपलब्ध होगा, वैसे-वैसे आगे बढेंगे। यह 68,000 की जनसंख्या के लिए बन रही है। जहां तक यहां पर पुल बनाने का मामला है तो इसे जीप योग्य बनाने के लिए दो विभागों को इस पर काम करना होगा। इस बारे में परामर्श करना होगा। अनिल शर्मा ने कहा कि तथ्यों को ट्विस्ट करना मेरी आदत नहीं है। उन्होंने पूछा कि मंत्री इस पर आदेश करेंगे कि सीवरेज लाइन को अलग से बनाएं।