Himachal News: भारी मानसून बारिश ने हिमाचल प्रदेश में तबाही मचाई। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर दवाड़ा-झलोगी के बीच भूस्खलन ने यातायात रोक दिया। मंगलवार रात 8 बजे बंद हाईवे 41 घंटे बाद गुरुवार दोपहर 1 बजे एकतरफा खुला। सैकड़ों वाहन फंसे। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए। मंडी में एक टैक्सी ड्राइवर घायल हुआ। हाईवे पर खतरा बना हुआ है।
भूस्खलन ने रोका हाईवे का रास्ता
दवाड़ा फ्लाईओवर के पास भारी चट्टानें गिरीं। झलोगी तक चार स्थानों पर भूस्खलन हुआ। सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंस गए। यात्री हनोगी और रैंस नाला सुरंगों के बीच अटक गए। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पंडोह और औट पुलिस ने यातायात नियंत्रित किया। भारी बारिश ने स्थिति को और बिगाड़ा। हाईवे पर एकतरफा यातायात शुरू हुआ, लेकिन खतरा टला नहीं।
मंडी में घायल हुआ टैक्सी ड्राइवर
मंडी के काइंच मोड़ पर भूस्खलन में चंडीगढ़ का टैक्सी ड्राइवर जयकृष्ण घायल हुआ। 9 मील और जोगनी मोड़ पर भी स्लाइडिंग हुई। बुधवार शाम तक इन मार्गों को खोल दिया गया। भारी बारिश ने वाहनों की आवाजाही मुश्किल की। प्रशासन ने फंसे यात्रियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की। समाजसेवी संस्थाओं ने भी सहायता की। हाईवे की स्थिति अब भी जोखिम भरी है।
व्यापारियों को भारी नुकसान
हाईवे बंद होने से वाहन चालकों को आर्थिक नुकसान हुआ। फल-सब्जियों से लदे ट्रक रास्ते में फंसे। सामान सड़ने से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा। एकतरफा यातायात शुरू होने से राहत मिली, लेकिन खतरा बरकरार है। बारिश के कारण स्लाइडिंग का डर बना हुआ है। एनएचएआई और प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हैं। स्थायी समाधान की जरूरत अब भी बनी हुई है।
प्रशासन और एनएचएआई की कार्रवाई
पंडोह और औट पुलिस ने भूस्खलन स्थल पर मोर्चा संभाला। यातायात को नियंत्रित करने के लिए टीमें तैनात रहीं। एनएचएआई ने हाईवे को आंशिक रूप से खोला। मंडी से औट तक का रास्ता जोखिम भरा है। भारी बारिश ने स्लाइडिंग का खतरा बढ़ाया। प्रशासन ने यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी। स्थिति पर काबू पाने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं।
यात्रियों के लिए राहत कार्य
हनोगी और रैंस नाला सुरंगों के बीच फंसे यात्रियों को मदद दी गई। प्रशासन ने भोजन, पानी और बिस्कुट वितरित किए। समाजसेवी संस्थाओं ने भी सहयोग किया। फंसे वाहन चालकों ने कठिन परिस्थितियों का सामना किया। एकतरफा यातायात शुरू होने से राहत मिली। फिर भी, हाईवे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। बारिश के कारण स्लाइडिंग का खतरा बरकरार है।
हाईवे पर बना हुआ है खतरा
चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर एकतरफा यातायात शुरू हुआ, लेकिन जोखिम कम नहीं हुआ। मंडी से औट तक का सफर खतरनाक है। भारी बारिश ने स्लाइडिंग का खतरा बढ़ाया। एनएचएआई और प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहे हैं। यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई। स्थायी समाधान के लिए दीर्घकालिक योजना की जरूरत है। बारिश का दौर जारी रहने से स्थिति और जटिल हो सकती है।
