Delhi News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े सट्टेबाजी ऐप्स की जांच में गूगल और मेटा को नोटिस जारी किया। दोनों कंपनियों के प्रतिनिधियों को 21 जुलाई को दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया। ईडी का आरोप है कि इन प्लेटफॉर्म्स ने विज्ञापनों के जरिए अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा दिया। यह कार्रवाई मुंबई में 3.3 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य सामान जब्त करने के बाद हुई।
डब्बा ट्रेडिंग ऐप्स पर जांच
ईडी ने डब्बा ट्रेडिंग और सट्टेबाजी ऐप्स की वित्तीय गतिविधियों की जांच शुरू की। इनमें VMoney, VM Trading, LotusBook और 11Starss जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं। जांच में हवाला के जरिए करोड़ों रुपये के लेनदेन का खुलासा हुआ। ईडी ने पाया कि ये ऐप्स स्किल-बेस्ड गेम्स के नाम पर अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में दर्ज FIR के आधार पर PMLA के तहत जांच चल रही है।
मुंबई में छापेमारी और जब्ती
ईडी ने हाल ही में मुंबई में चार ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 3.3 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, लग्जरी घड़ियां, आभूषण, विदेशी मुद्रा और वाहन जब्त किए गए। नकदी गिनने वाली मशीनें भी मिलीं। जांच में पता चला कि सट्टेबाजी ऐप्स व्हाइट-लेबल प्लेटफॉर्म्स के जरिए चलाए जा रहे थे। हवाला ऑपरेटरों और फंड हैंडलर्स के डिजिटल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियां सामने आईं।
सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार
ईडी का दावा है कि गूगल और मेटा ने सट्टेबाजी ऐप्स को विज्ञापनों के जरिए प्रमुखता दी। इन प्लेटफॉर्म्स ने ऐसी वेबसाइट्स को दृश्यता दी, जो अवैध गतिविधियों में शामिल थीं। जांच में VMoney और 11Starss जैसे ऐप्स के मालिकों और हवाला ऑपरेटरों की भूमिका सामने आई। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के उल्लंघन की जांच तेज कर दी है। गूगल और मेटा से विज्ञापन नीतियों पर जवाब मांगा गया है।
