Pakistan News: पाकिस्तान में शाहीन-3 मिसाइल टेस्ट की विफलता ने हड़कंप मचा दिया। 22 जुलाई को डेरा गाजी खान से दागी गई यह मिसाइल अपने लक्ष्य से भटक गई। यह बलूचिस्तान के डेरा बुगती में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मलबा आबादी से 500 मीटर दूर गिरा, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ। धमाके की आवाज 20-50 किलोमीटर तक सुनी गई। पाकिस्तानी सेना ने इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया और मीडिया को रोका।
शाहीन-3 की तकनीकी विशेषताएं
शाहीन-3 पाकिस्तान की सबसे शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता 2,750 किलोमीटर है। यह भारत के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह को निशाना बना सकती है। ठोस ईंधन पर चलने वाली यह मिसाइल परमाणु और पारंपरिक आयुध ले जा सकती है। इसकी गति ध्वनि से 18 गुना अधिक है। इसे तीव्र प्रक्षेपण और अवरोधन से बचाव के लिए डिज़ाइन किया गया है। पाकिस्तान ने इसे चीन की तकनीक से विकसित किया।
दुर्घटना का विवरण
22 जुलाई को शाहीन-3 का परीक्षण डेरा गाजी खान के रखशानी क्षेत्र से किया गया। मिसाइल अपने निर्धारित रास्ते से भटक गई। यह डेरा बुगती के मट क्षेत्र में लूप सेहरानी लेवी स्टेशन के पास गिरी। विस्फोट इतना तीव्र था कि इसकी आवाज बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा तक पहुंची। सोशल मीडिया पर लोग दहशत में भागते दिखे। कुछ ने इसे परमाणु संयंत्र पर हमला माना, लेकिन अधिकारियों ने इससे इनकार किया।
परमाणु केंद्र की संवेदनशीलता
डेरा गाजी खान पाकिस्तान का महत्वपूर्ण परमाणु केंद्र है। यहां यूरेनियम प्रसंस्करण के लिए प्रायोगिक संयंत्र है। यह पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग का हिस्सा है। अगर मिसाइल इस केंद्र पर गिरती, तो नुकसान भयावह हो सकता था। अधिकारियों ने दावा किया कि कोई क्षति नहीं हुई। हालांकि, बलूच नेताओं ने इस घटना की निंदा की। उन्होंने इसे बलूचिस्तान को सैन्य प्रयोगशाला बनाने का सबूत बताया।
पाकिस्तान का मिसाइल असफलता का इतिहास
पाकिस्तान की मिसाइल टेस्ट विफलताएं नई नहीं हैं। अक्टूबर 2023 में डेरा गाजी खान में शाहीन-3 का परीक्षण विफल हुआ। जनवरी 2021 में भी यह मिसाइल डेरा बुगती में आबादी के पास गिरी। इससे घर क्षतिग्रस्त हुए और लोग घायल हुए। 2020 में बाबर-II मिसाइल बलूचिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हुई। 2022 में जामशोरो में भी एक मिसाइल गिरी। इन घटनाओं ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पर सवाल उठाए।
घटना पर सरकारी प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सेना ने इस मिसाइल टेस्ट की विफलता को छिपाने की कोशिश की। डीजी खान कमिश्नर के प्रवक्ता मज़हर शिरानी ने इसे लड़ाकू विमान का ध्वनि विस्फोट बताया। सेना ने इलाके में इंटरनेट बंद किया और लोगों को घरों में रहने को कहा। बलूच नेताओं ने सोशल मीडिया पर मलबे की तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने पाकिस्तान की सैन्य नाकामी को उजागर किया। जांच जारी है।
