Himachal Pradesh News: उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी मंदिर में एक अद्भुत चमत्कार देखने को मिला है। पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले सरजू शर्मा नाम के एक युवक ने माता का चरणामृत पीते ही बोलना और सुनना शुरू कर दिया। वह बचपन से ही गूंगा और बहरा था। यह घटना सोमवार की रात मंदिर परिसर में घटित हुई और इसने वहां मौजूद सभी भक्तों को अवाक कर दिया। परिवार के अनुसार यह माता की असीम कृपा का नतीजा है।
सरजू शर्मा की उम्र 35 वर्ष है। वह जन्म से ही बोलने और सुनने की शक्ति से वंचित थे। इस स्थिति में सुधार लाने के लिए उनके परिवार ने कई डॉक्टरों से इलाज करवाया। कई अस्पतालों का सहारा लिया गया। लेकिन सभी प्रयास नाकाम रहे। पिछले तीन महीनों में उनकी हालत और भी गंभीर हो गई थी। इस दौरान वह पूरी तरह से चुप हो गए थे।
परिवार माता चिंतपूर्णी में गहरी आस्था रखता है। वे पहले भी कई बार मंदिर में दर्शनों के लिए आ चुके हैं। आस्था के बल पर उन्होंने एक बार फिर माता के दरबार में हाजिरी दी। सोमवार की रात को पूरा परिवार मंदिर पहुंचा। उन्होंने मां के समक्ष प्रार्थना की।
चरणामृत ने बदली तकदीर
मंदिर के पुजारियों द्वारा परिवार को माता का चरणामृत दिया गया। जैसे ही सरजू शर्मा ने उस चरणामृत को पिया, एक अद्भुत घटना घटित हुई। अचानक उनकी जुबान खुल गई। उन्होंने बोलना शुरू कर दिया। साथ ही उन्हें सुनाई भी देने लगा। यह नजारा देखकर परिवार के सदस्य और आसपास मौजूद श्रद्धालु हैरान रह गए।
सरजू शर्मा की खुशी का सीमा नहीं रही। बोलने और सुनने की शक्ति पाकर वह भावुक हो उठे। उन्होंने हाथ जोड़कर माता चिंतपूर्णी का आभार व्यक्त किया। उनके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी। वह लंबे समय बाद दुनिया की आवाजें सुन रहे थे और अपनी बात कह पा रहे थे।
भक्तों में आस्था की नई लहर
यह चमत्कारिक घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। मंदिर परिसर में मौजूद लोग इस घटना को अपनी आंखों से देखकर रोमांचित हैं। भक्तों का मानना है कि माता की कृपा से असंभव को संभव किया जा सकता है। इस घटना ने लोगों की आस्था को और गहरा कर दिया है। हर तरफ माता के चमत्कार की ही चर्चा सुनाई दे रही है।
सरजू शर्मा का परिवार इस घटना से अभिभूत है। वे माता की कृपा को ही इसका श्रेय दे रहे हैं। उनका कहना है कि डॉक्टरी इलाज से जो नहीं हो पाया, वह माता के आशीर्वाद से हो गया। अब पूरा परिवार खुशी से भरा हुआ है। वे सभी मिलकर माता के दरबार में माथा टेकने का प्लान बना रहे हैं।
