Himachal News: हिमाचल प्रदेश के चंबा में आठ दिवसीय मिंजर मेला रविवार को रावी नदी में मिंजर विसर्जन के साथ समाप्त हुआ। खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने मिंजर विसर्जन की रस्म निभाई। मेले के समापन पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। हजारों लोग इस आयोजन को देखने के लिए उमड़े।
भव्य शोभायात्रा का आयोजन
अखंड चंडी पैलेस से निकली शोभायात्रा का नेतृत्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने किया। इसमें भगवान रघुवीर और स्थानीय देवी-देवताओं ने हिस्सा लिया। पुलिस और होमगार्ड की टुकड़ियां भी शामिल रहीं। शोभायात्रा मंजरी गार्डन पहुंची, जहां लोकगायकों ने पारंपरिक कुंजड़ी मल्हार प्रस्तुत किया। इस दौरान मिंजर मेला की परंपराओं को जीवंत रखा गया। रस्मों के बाद नारियल और मिंजर रावी नदी में प्रवाहित किए गए।
रावी नदी में मिंजर विसर्जन
मंजरी गार्डन में पान वितरण और इत्र लगाने की रस्म के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रोच्चारण के बीच रावी नदी में मिंजर और नारियल प्रवाहित किए। इस रस्म के साथ सुख-समृद्धि की कामना की गई। मिंजर मेला की यह परंपरा चंबा की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है। शोभायात्रा और विसर्जन को देखने के लिए भारी भीड़ जुटी। स्थानीय लोग और पर्यटक इस आयोजन में शामिल हुए।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर हज कमेटी के पूर्व चेयरमैन दिलदार अली बट्ट, जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कमल ठाकुर, उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल, एसपी अभिषेक यादव, एडीएम अमित मेहरा, एसी टू डीसी अपराजिता चंदेल, एसडीएम प्रियांशु खाती और डीएसपी जितेंद्र चौधरी मौजूद रहे। विभिन्न विभागों के अधिकारी भी समापन समारोह में शामिल हुए। मिंजर मेला ने चंबा की सांस्कृतिक विरासत को और मजबूत किया।
