Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने करसोग में दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना को मंजूरी दी। यह निर्णय स्थानीय किसानों की लंबे समय की मांग को पूरा करता है। संयंत्र से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। जिला परिषद सदस्य किशोरी लाल ने इसे किसानों के लिए वरदान बताया। यह परियोजना रोजगार सृजन और महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी। करसोग दुग्ध उत्पादन का नया केंद्र बनेगा।
किसानों के लिए आर्थिक लाभ
दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र करसोग के किसानों को आर्थिक समृद्धि देगा। यह दूध के लिए बेहतर मूल्य सुनिश्चित करेगा। संयंत्र दही, घी, पनीर जैसे उत्पाद बनाएगा। इससे स्थानीय विपणन को बढ़ावा मिलेगा। किशोरी लाल ने कहा कि यह क्षेत्र की पहचान को मजबूत करेगा। किसानों की आय में वृद्धि होगी। यह परियोजना ग्रामीण विकास को नई दिशा देगी। हिमाचल सरकार की वेबसाइट पर और जानकारी उपलब्ध है।
रोजगार और सशक्तिकरण
दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र से करसोग में रोजगार के नए अवसर बनेंगे। युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण मिलेगा। महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी, जिससे उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा। संयंत्र दुग्ध उत्पादों के उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देगा। यह क्षेत्र को दुग्ध समृद्ध क्षेत्र के रूप में स्थापित करेगा। स्थानीय लोगों में इस निर्णय से उत्साह है। यह परियोजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
करसोग की नई पहचान
करसोग में दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना से क्षेत्र दुग्ध उत्पादन का केंद्र बनेगा। किशोरी लाल ने कहा कि यह संयंत्र करसोग को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगा। यह सरकार की किसान-हितैषी नीतियों का प्रमाण है। संयंत्र से दूध के उचित मूल्य और विपणन की सुविधा मिलेगी। यह परियोजना क्षेत्र के किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए समृद्धि का नया द्वार खोलेगी।
