Tech News: मेटा कंपनी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि मैसेंजर डेस्कटॉप ऐप बंद होने वाला है। पंद्रह दिसंबर से विंडोज और मैक के लिए यह ऐप उपलब्ध नहीं रहेगा। इसका मतलब यह है कि आप अब मोबाइल या डेस्कटॉप पर इस ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि आप फेसबुक की वेबसाइट या messenger.com के जरिए अपने मैसेंजर चैट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पंद्रह दिसंबर के बाद आप इस ऐप में लॉगिन नहीं कर पाएंगे। जब भी आप ऐप खोलने की कोशिश करेंगे यह आपको फेसबुक वेबसाइट पर रीडायरेक्ट कर देगा। इसलिए इस तिथि के बाद यह बेहतर होगा कि आप ऐप को अपने डिवाइस से अनइंस्टॉल कर दें। मेटा की इस योजना के बारे में सबसे पहले एप्पलइनसाइडर ने जानकारी दी थी।
पुराने चैट्स का क्या होगा
ऐप बंद होने के बाद सबसे ज्यादा सवाल यह उठता है कि हमारी चैट्स का क्या होगा। मेटा का कहना है कि आपकी चैट हिस्ट्री सुरक्षित रहेगी। लेकिन इसके लिए यह जरूरी है कि आपने सिक्योर स्टोरेज ऑप्शन ऑन किया हो। यह फीचर आपके एन्क्रिप्टेड चैट्स को सभी डिवाइस में सेव और सिंक करने की सुविधा देता है। अगर यह फीचर ऑन है तो आप अपनी पुरानी चैट्स तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
सिक्योर स्टोरेज ऑप्शन ऑन है या नहीं यह जांचने के लिए आप ऐप की सेटिंग में जाएं। वहां प्राइवेसी एंड सेफ्टी के सेक्शन में जाकर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड चैट चुनें। इसके बाद मैसेज स्टोरेज पर टैप करें और देखें कि सिक्योर स्टोरेज एक्टिव है या नहीं। अगर यह ऑप्शन ऑन है तो आपकी सभी चैट्स सुरक्षित रहेंगी।
वैकल्पिक उपाय
मैसेंजर डेस्कटॉप ऐप बंद होने के बाद भी उपयोगकर्ता अपनी चैट्स जारी रख सकते हैं। इसके लिए फेसबुक की वेबसाइट या messenger.com का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये प्लेटफॉर्म समान सुविधाएं प्रदान करते हैं। उपयोगकर्ता बिना किसी परेशानी के अपने संदेश भेज और प्राप्त कर सकते हैं। मोबाइल ऐप भी पहले की तरह काम करता रहेगा।
मेटा कंपनी ने यह फैसला संभवतः अपने प्लेटफॉर्म को एकीकृत करने के लिए लिया है। कंपनी चाहती है कि उपयोगकर्ता फेसबुक के मुख्य प्लेटफॉर्म के जरिए ही मैसेंजर की सुविधाओं का उपयोग करें। इससे उन्हें अलग-अलग ऐप्स को मेंटेन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह कदम कंपनी के संसाधनों की बचत में मददगार साबित होगा।
उपयोगकर्ताओं के लिए सलाह
उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ऐप बंद होने से पहले अपनी जरूरी चैट्स का बैकअप ले लें। सिक्योर स्टोरेज फीचर को सक्रिय करना सुनिश्चित करें। अगर यह फीचर पहले से सक्रिय है तो चिंता की कोई बात नहीं है। आपकी सभी चैट्स सुरक्षित रहेंगी और आप उन्हें किसी भी डिवाइस से एक्सेस कर सकेंगे। इस बदलाव से आपके मैसेंजर के अनुभव पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मेटा कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि इस बदलाव से उपयोगकर्ताओं को न्यूनतम असुविधा हो। वेब ब्राउजर के माध्यम से मैसेंजर का उपयोग करना भी उतना ही आसान और सुविधाजनक है। उपयोगकर्ताओं को बस ब्राउजर में फेसबुक या messenger.com खोलना होगा। वहां से वे पहले की तरह ही अपने संदेशों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
