International News: अमेरिकी फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लिखे खत पर नया विवाद छिड़ गया है। सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि यह चिट्ठी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से लिखी गई हो सकती है।
क्या था खत में?
डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का में हुई बैठक के दौरान पुतिन को मेलानिया का यह खत सौंपा। चिट्ठी में लिखा था, “हर बच्चा अपने दिल में शांति के सपने देखता है, चाहे वह किसी भी देश में पैदा हुआ हो।” मेलानिया ने पुतिन से यूक्रेन युद्ध रोकने की अपील करते हुए कहा था कि वे अगली पीढ़ी के सपनों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
AI लेखन के संकेत
सोशल मीडिया यूजर्स ने खत की भाषा शैली को AI जेनरेटेड बताया है। एक यूजर ने एआई चैटबॉट ग्रोक से इसकी जांच करवाई। ग्रोक ने 85% संभावना जताई कि यह खत AI द्वारा लिखा गया हो सकता है। ग्रोक के अनुसार, “इसमें घिसे-पिटे वाक्यांश और फॉर्म्यूलाइज्ड संरचना है जो AI लेखन की पहचान है।”
विशेषज्ञों की राय
टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि AI जेनरेटेड टेक्स्ट में अक्सर:
- बहुत सही व्याकरण
- औपचारिक भाषा
- भावनात्मक अपील के स्टीरियोटाइप्ड वाक्य
पाए जाते हैं, जो इस खत में दिखाई देते हैं।
व्हाइट हाउस की चुप्पी
इन आरोपों पर अभी तक व्हाइट हाउस या मेलानिया ट्रंप की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है।
इस घटना ने राजनीतिक संचार में AI के बढ़ते उपयोग पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में ऐसे मामले और बढ़ सकते हैं।
