USA News: अमेरिकी वैज्ञानिकों ने प्रशांत तट के लिए एक बड़ी चेतावनी जारी की है। उनके अनुसार, आने वाले 50 सालों में उत्तरी कैलिफोर्निया से वैंकूवर द्वीप तक के क्षेत्र में भीषण सुनामी आ सकती है। इसकी लहरें 1000 फीट तक ऊंची हो सकती हैं। यह चेतावनी वर्जीनिया टेक के शोधकर्ताओं ने दी है।
कैस्केडिया सबडक्शन जोन पर खतरा
वैज्ञानिकों ने कैस्केडिया सबडक्शन जोन (CSZ) का अध्ययन किया है। यह फॉल्ट लाइन 600 मील लंबी है और कनाडा से कैलिफोर्निया तक फैली हुई है। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के शोध के अनुसार, अगले 50 वर्षों में यहां 8.0 या उससे अधिक तीव्रता का भूकंप आने की 15% संभावना है। वर्ष 2100 तक यह खतरा 29% तक बढ़ सकता है।
समुद्र का बढ़ता स्तर और जोखिम
शोधकर्ताओं का कहना है कि समुद्र का स्तर बढ़ने से खतरा और गहरा सकता है। टीम लीडर टीना ड्यूरा के अनुसार, “भूकंप के बाद समुद्र तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा। कई क्षेत्र रहने लायक नहीं रहेंगे।” उन्होंने बताया कि 1700 में इसी फॉल्ट लाइन के खिसकने से 8.7-9.2 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय जापान तक सुनामी की लहरें पहुंची थीं।
महा-सुनामी का इतिहास
वैज्ञानिकों ने पिछली महा-सुनामी का भी अध्ययन किया है। 1,05,000 साल पहले हवाई के लानाई द्वीप पर 1,312 फीट ऊंची सुनामी आई थी। हालांकि, वह ज्वालामुखी भूस्खलन के कारण आई थी। लेकिन कैस्केडिया क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेट्स के खिसकने से ऐसी ही तबाही आ सकती है।
आने वाले समय में संभावित नुकसान
अध्ययन में बताया गया है कि बड़े भूकंप से 30,000 से अधिक लोगों की मौत हो सकती है। 170,000 इमारतें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और 81 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो सकता है। ड्यूरा ने कहा कि यह शोध दुनिया के अन्य सक्रिय भूकंप क्षेत्रों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
