Uttar Pradesh News: मेरठ-करनाल हाईवे पर भूनी टोल प्लाजा पर फौजी की पिटाई के मामले में एनएचएआई ने सख्त कार्रवाई की है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निर्देश पर टोल ठेकेदार कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी को भविष्य के सभी ठेकों से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
क्या हुआ था पूरा मामला?
17 अगस्त को राजपूत रेजीमेंट के जवान कपिल कुमार को टोल कर्मियों ने बेरहमी से पीटा था। कपिल ने टोल पर अपना आईडी कार्ड दिखाया था, लेकिन कर्मियों ने उनका मोबाइल और आईडी छीन लिया। विरोध करने पर उन्हें खंभे से बांधकर पीटा गया। बचाव में आए उनके चचेरे भाई को भी मारा गया।
एनएचएआई ने क्या कार्रवाई की?
एनएचएआई ने टोल संग्रह एजेंसी मैसर्स धर्म सिंह पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। कंपनी का वर्तमान ठेका रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एनएचएआई ने ट्वीट कर कहा कि यह घटना अस्वीकार्य है और सख्त कार्रवाई की गई है।
ग्रामीणों का आक्रोश, टोल पर हंगामा
मामले के बाद सोमवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर धावा बोला। उन्होंने टोल बूम तोड़ दिए और तोड़फोड़ की। भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम भी मौके पर पहुंचे और धरना दिया। उन्होंने सभी आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ग्रामीणों ने बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। एसपी देहात ने बताया कि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
विधायक ने दी चेतावनी
पूर्व विधायक संगीत सोम ने चेतावनी दी कि अगर सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो वह एक लाख लोगों के साथ फिर धरना देंगे। उन्होंने कहा, “योगी सरकार में ऐसे गुंडों को सबक सिखाया जाएगा। फौजी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
एनएचएआई ने इस मामले की विभागीय जांच के भी निर्देश दिए हैं। स्थानीय और क्षेत्रीय अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
