Mcleodganj: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद अधिकांश क्षेत्रों में सड़कें खुल गई हैं लेकिन मकलोडगंज और आसपास के इलाकों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। यहां बस सेवा अभी तक बहाल नहीं हो पाई है। क्षेत्र के कारोबारी और स्थानीय लोग इससे गंभीर रूप से प्रभावित हैं। होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने सरकार और प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांवा और चेयरमैन ओंकार नैहरिया ने बताया कि भरमौर की सड़क एक सप्ताह में खुल गई। कुल्लू-मनाली तक वोल्वो बसें पहुंच गईं। लेकिन मकलोडगंज, भागसूनाग, धर्मकोट और नड्डी क्षेत्र सुविधाओं से वंचित हैं। मौसम साफ होने के बावजूद यहां के सभी मुख्य मार्ग बड़े वाहनों के लिए बंद पड़े हैं।
रोप-वे भी बंद, पर्यटन प्रभावित
मकलोडगंज का रोप-वे भी बंद कर दिया गया है। इससे पर्यटन व्यवसाय को गंभीर नुकसान हो रहा है। होटल कारोबारियों का कहना है कि बारिश खत्म होने के आधा महीना बीत जाने के बाद भी मरम्मत के कोई प्रयास नहीं दिख रहे। पर्यटक तो आना चाहते हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव में उनकी बुकिंग रद्द हो रही हैं। सड़क मार्ग सहित सभी व्यवस्थाएं बंद पड़ी हैं।
कारोबारियों ने उठाई आवाज
होटल एसोसिएशन के दर्जनों कारोबारियों ने प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन और सांसद डॉ राजीब भारद्वाज से मिलकर इस मुद्दे को उठाया है। उनका कहना है कि बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा सहित दुनिया भर के लोग यहां आते हैं। लेकिन बारिश में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे। एक महीने में सड़कों को ठीक करने के लिए एक डंगा तक नहीं लगाया गया है।
सांसद ने दिए निर्देश
होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सांसद डॉ राजीब भारद्वाज से मुलाकात की। इस पर सांसद ने एनएच के अधिकारियों को तुरंत फोन कर सड़क मार्ग ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को दफ्तर छोड़कर फील्ड में जाकर हालात देखने को कहा। कारोबारियों को उम्मीद है कि इससे स्थिति में जल्द सुधार होगा।
स्थानीय लोगों का आना-जाना बंद हो गया है। छोटी बसें भी नहीं चल रही हैं। भारी बारिश से पहले से मंदी का सामना कर रहे कारोबारियों को न तो टैक्स में राहत मिल रही है और न ही कोई अन्य सुविधा। इससे कारोबारियों में गुस्सा है। वे तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
