Jammu News: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी तीर्थ यात्रा फिर से शुरू हो गई है। भारी भूस्खलन के कारण लगभग बाईस दिनों तक बंद रहने के बाद यह मार्ग अब श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। यह फैसला नवरात्रि के शुभ अवसर से ठीक पहले आया है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बुधवार से यात्रा मार्ग को फिर से खोलने की घोषणा की। बोर्ड ने भक्तों से केवल आधिकारिक चैनलों से जानकारी लेने का आग्रह किया है। यात्रा के फिर से शुरू होने से कटरा के आधार शिविर पर भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई है।
भूस्खलन और बंदी की पृष्ठभूमि
अगस्त के अंत में अर्धकुंवारी इलाके में भारी भूस्खलन हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा में चौंतीस तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई और कई लोग घायल हो गए थे। सुरक्षा कारणों से तीर्थ यात्रा मार्ग को तत्काल बंद कर दिया गया था।
संबंधित विभाग लगातार मार्ग की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य में जुटे रहे। उन्होंने मार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक कार्य किया। अब मार्ग को पूरी तरह से सुरक्षित घोषित कर दिया गया है।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया और तैयारियां
मार्ग खुलने से पहले कुछ श्रद्धालुओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने यात्रा फिर से शुरू करने की मांग को लेकर कटरा में प्रदर्शन किया। श्राइन बोर्ड ने भक्तों की बढ़ती भीड़ और मांगों को देखते हुए अंतिम रूप से यात्रा की अनुमति दे दी।
बोर्ड ने यात्रियों को सतर्क रहने और नियमों का पालन करने की सलाह दी है। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। भक्तों में यात्रा के फिर से शुरू होने को लेकर काफी उत्साह है।
मौसम की स्थिति और सुरक्षा उपाय
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में तेज बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने तबाही मचाई थी। इसका सीधा असर माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भी पड़ा था। फिलहाल मौसम अनुकूल है लेकिन अधिकारियों ने सतर्कता बरतने को कहा है।
अधिकारियों ने यात्रा के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने भक्तों से मौसम अपडेट पर नजर रखने का भी आग्रह किया है। सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं।
नवरात्रि और भक्तों का उत्साह
नवरात्रि के शुभ अवसर पर माता के दर्शन का सौभाग्य पाने के लिए भक्त कटरा पहुंच रहे हैं। देश-विदेश से श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा में शामिल होने आ रहे हैं। यह यात्रा धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण प्रतीक है।
श्रद्धालुओं के जीवन में सुख-शांति और मनोबल बढ़ाने वाली इस यात्रा का विशेष महत्व है। भक्तों में जोश और उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। सभी श्रद्धालु सुरक्षित यात्रा की कामना कर रहे हैं।
