Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने माता वैष्णो देवी मंदिर तक जाने के लिए नए हाईवे के निर्माण की योजना बनाई है। इस नए मार्ग से श्रद्धालुओं की यात्रा सरल, सुरक्षित और आरामदायक बनेगी। यह हाईवे हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा को आसान बनाएगा और दूरी में 343 किलोमीटर की कमी लाएगा।
नए मार्ग के पूरा होने पर श्रद्धालुओं का कीमती समय बचेगा। वर्तमान में मंदिर तक पहुंचने के लिए लंबा और कठिन रास्ता तय करना पड़ता है। नया हाईवे यात्रा के समय में significant कमी लाएगा और बाइक, कार या बस से आने वाले यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक साबित होगा।
सलूणी-भद्रवाह बाइक रैली से होगी शुरुआत
इस नए मार्ग कीशुरुआत सलूणी-भद्रवाह बाइक रैली के माध्यम से की जाएगी। इस रैली का मुख्य उद्देश्य नए रास्ते को पदोन्नति करना करना और यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाना है। अधिकारियों ने बताया कि यह कदम श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
नई योजना के तहत श्रद्धालुओं को रास्ते में बेहतर सुविधाएं और मार्ग संकेत मिलेंगे। इससे न केवल यात्रा की सुविधा बढ़ेगी बल्कि सड़क मार्ग भी अधिक सुरक्षित बनेगा। भक्त अब लंबे और थकाऊ मार्ग से बचते हुए माता के दर्शन कर पाएंगे।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
इस हाईवेके बनने से स्थानीय पर्यटन को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। मार्ग के आसपास के ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इससे पूरे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और स्थानीय व्यवसाय को फायदा होगा।
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग इस विकास को लेकर उत्साहित हैं। होटल, रेस्तरां और परिवहन सेवाएं में विस्तार की संभावना है। स्थानीय उद्यमियों के लिए नए व्यावसायिक अवसर पैदा करते हैं होंगे।
यात्रा सुरक्षा में होगा सुधार
नए हाईवे में आधुनिक सुरक्षा सुविधाएँ शामिल किए जाएंगे। बेहतर सड़क प्रकाश व्यवस्था, आपातकालीन सेवाएं और आपातकालीन संपर्क व्यवस्था यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। सड़क डिजाइन में नवीनतम इंजीनियरिंग मानकों का पालन किया जाएगा।
यह परियोजना हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। दोनों राज्यों के बीच व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यह क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
पर्यावरण संरक्षण का रखा जाएगा ध्यान
हाईवेनिर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण के मानकों का कठोर रूप से पालन किया जएगा। परियोजना प्राधिकारियों ने बताया कि पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा। वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को कम से कम अशांति पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
नए मार्ग के निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। सरकार ने परियोजना को प्राथमिकता आधार पर पूरा करने का संकल्प लिया है। यह बुनियादी ढांचे का विकास धार्मिक पर्यटन को नई गति प्रदान करेगा।
