Himachal Pradesh News: कुल्लू जिले के बंजार उपमंडल की नोहांडा पंचायत स्थित गांव झनियार में सोमवार दोपहर एक भीषण अग्निकांड हुआ। अचानक लगी आग ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। इस आग में करीब 10 से 12 घर, गोशालाएं और घास रखने के पड़ाछ पूरी तरह से जलकर राख हो गए। गांव सड़क से कई किलोमीटर दूर स्थित होने के कारण अग्निशमन विभाग के वाहन मौके तक नहीं पहुंच पाए। आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि स्थानीय लोगों के लिए उन पर काबू पाना मुश्किल हो गया।
ग्रामीणों के लिए यह घटना एक बड़ा झटका है। उन्होंने देखते ही देखते अपने घर और जानवरों के लिए बने शेड तबाह होते देखे। आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों के पास अपना सामान बचाने का भी पर्याप्त समय नहीं मिला। इस घटना की सूचना मिलते ही संबंधित सरकारी और प्रशासनिक विभागों को तत्काल सक्रिय कर दिया गया है। इन विभागों को प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
गांव तक पहुंच मार्ग न होने ने इस त्रासदी को और गहरा दिया। अग्निशमन विभाग के वाहन दूर से ही आग को बुझाने की कोशिश करते रहे। मुश्किल भौगोलिक परिस्थितियों ने राहत और बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न की। स्थानीय लोगों ने ही आपसी सहयोग से आग बुझाने और लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया। इस पूरी घटना ने दूरदराज के गांवों में आपातकालीन सेवाओं तक पहुंच की चुनौती को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
प्रशासन द्वारा प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत कार्य शुरू किए गए हैं। राहत शिविर लगाने और प्रभावितों को भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच भी शुरू की गई है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार आग लगने का कारण बिजली की शॉर्ट सर्किट या फिर चूल्हे से लगी आग बताई जा रही है। हालांकि आग लगने की सही वजह का पता लगाया जा रहा है।
इस दुर्घटना ने ग्रामीणों की दैनिक दिनचर्या को पूरी तरह से ठप्प कर दिया है। जिन परिवारों के घर जल गए हैं, वे अब पड़ोसियों और रिश्तेदारों के सहारे हैं। जली हुई गोशालाओं के कारण पशुओं को भी काफी नुकसान हुआ है। पशुपालन और कृषि पर निर्भर इस गांव के लोगों के सामने अब अपने जीवन को दोबारा बसाने की बड़ी चुनौती है। प्रशासन से मिलने वाली राहत राशि ही उनके लिए अगले कदमों की आधारशिला तैयार करेगी।
