Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में शहीद विंग कमांडर नमांश स्याल को उनके पैतृक गांव पटियालकर में अंतिम विदाई दी गई। दुबई एयर शो के दौरान तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से उनकी मृत्यु हो गई थी। उनके चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। सैन्य सम्मान के साथ आयोजित अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोगों ने शिरकत की।
रविवार दोपहर करीब एक बजे विंग कमांडर नमांश स्याल की पार्थिव देह वायुसेना के विशेष विमान से गगल हवाई अड्डे पहुंची। उनके माता-पिता, पत्नी और बेटी भी शव के साथ आए। उनकी पत्नी विंग कमांडर अफशां वायुसेना की वर्दी में ही पति की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं।
राजनीतिक नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
गगल हवाई अड्डेपर कैबिनेट मंत्री यादवेंद्र गोमा ने शहीद विंग कमांडर को श्रद्धांजलि अर्पित की। नगरोटा बगवां से विधायक आरएस बाली और शाहपुर से विधायक केवल सिंह पठानिया भी इस दुखद समय में मौजूद रहे। सभी ने देश की सुरक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले इस वीर सैनिक को नमन किया।
दोपहर बाद शहीद विंग कमांडर का शव उनके पैतृक गांव पटियालकर पहुंचा। यहां आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए एकत्र हुए। लोगों ने आंसू भरी आंखों से इस वीर सैनिक को अंतिम विदाई दी। गांव में शोक की गहरी छाया छाई रही।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
विंग कमांडर नमांश स्याल केअंतिम संस्कार में भारतीय वायुसेना के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया। सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान वायुसेना के अधिकारी और जवान मौजूद रहे। उन्होंने इस वीर सैनिक को अंतिम सलामी दी।
गांव पटियालकर और आसपास के क्षेत्रों से आए लोगों ने शहीद विंग कमांडर को भावभीली श्रद्धांजलि दी। लोगों ने दुख और गर्व की मिली-जुली भावनाओं के साथ इस वीर सैनिक की अंतिम यात्रा में भाग लिया। स्थानीय निवासियों ने परिवार के सदस्यों के साथ संवेदना व्यक्त की।
दुबई एयर शो में हुई थी दुर्घटना
विंग कमांडर नमांश स्याल दुबई एयर शोके दौरान तेजस लड़ाकू विमान उड़ा रहे थे। प्रदर्शन के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में उनकी मृत्यु हो गई। तेजस विमान भारतीय वायुसेना के लिए स्वदेशी तकनीक से विकसित लड़ाकू विमान है।
यह दुर्घटना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी। भारतीय वायुसेना ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। विंग कमांडर नमांश स्याल एक अनुभवी पायलट थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मिशन सफलतापूर्वक पूरे किए थे।
परिवार के सदस्यों ने किया दर्द सहा
विंग कमांडर नमांश स्याल केपरिवार ने इस गहरे दुख को साहस के साथ सहा। उनकी पत्नी स्वयं वायुसेना की अधिकारी हैं। उन्होंने पति की अंतिम यात्रा में वायुसेना की वर्दी पहनकर सम्मान दिखाया। परिवार के अन्य सदस्य भी इस कठिन समय में एकजुटता के साथ खड़े रहे।
शहीद के माता-पिता और छोटी बेटी ने अपने प्रियजन को अंतिम विदाई दी। पूरा परिवार देश की सेवा में अपने सदस्य के बलिदान पर गर्व महसूस कर रहा है। स्थानीय लोगों ने परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
