New Delhi News: नए साल की आहट के साथ ही लोग शादी-ब्याह की तैयारियों में जुट गए हैं। अगर आप भी साल 2026 में शादी की योजना बना रहे हैं, तो पंचांग जरूर देख लें। नए साल के पहले महीने यानी जनवरी में Vivah Muhurat 2026 उपलब्ध नहीं है। खरमास और शुक्र तारा अस्त होने के कारण जनवरी में शहनाइयां नहीं बजेंगी। फरवरी माह से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू होंगे। पंचांग के अनुसार साल 2026 में शादी के कई शुभ संयोग बन रहे हैं।
फरवरी से जुलाई तक गूंजेंगी शहनाइयां
जनवरी के सूनेपन के बाद फरवरी में शादियों की धूम रहेगी। पंचांग के मुताबिक, फरवरी में 4, 5, 6, 8, 10, 12 और 14 तारीख को शुभ मुहूर्त है। इसके बाद 19 से 26 फरवरी तक लगातार शादियां हो सकेंगी। मार्च में भी 2 से 12 तारीख के बीच कई Vivah Muhurat 2026 हैं। अप्रैल में 15 तारीख के बाद ही विवाह कार्य शुरू होंगे। मई और जून में भी विवाह के लिए कई शुभ दिन मिल रहे हैं। जुलाई में 1, 6, 7, 11 और 12 तारीख को फेरे लिए जा सकते हैं।
साल के अंत में कब-कब हैं मुहूर्त?
जुलाई के बाद चातुर्मास के कारण लंबा विराम लगेगा। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। इसके बाद नवंबर में फिर से मंगल कार्य शुरू होंगे। नवंबर में 21, 24, 25 और 26 तारीख को Vivah Muhurat 2026 बन रहा है। साल के आखिरी महीने दिसंबर में 2 से 6 तारीख और फिर 11 व 12 तारीख को शादियां हो सकेंगी।
खरमास और शुक्र अस्त का असर
खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर 2025 से होगी। इसका समापन 14 जनवरी 2026 को होगा। शास्त्रों के अनुसार, खरमास में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इसके अलावा जनवरी में शुक्र ग्रह भी अस्त रहेगा। शुक्र के उदय होने के बाद ही Vivah Muhurat 2026 का आरंभ होगा। इस दौरान सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश और नामकरण जैसे संस्कार भी वर्जित माने जाते हैं।
सूर्य देव की उपासना से मिलेगा लाभ
खरमास के दौरान सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस समय सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में शांति आती है। तांबे के लोटे से सूर्य देव को जल चढ़ाना शुभ होता है। इस महीने में नया घर, वाहन या सोना-चांदी खरीदने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास में गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करने से धन लाभ होता है। इससे सूर्य देव की कृपा भी प्राप्त होती है।
