हिमाचल प्रदेश में अपराध किस स्तर तक बढ़ चुका है, इस बात का अंदाजा यही से लगाया जा सकता है कि एसडीएम ऑफिस ने पुलिस को कार्यवाही करने के आदेश दिए और पुलिस ने कोई कार्यवाही ही नही की। जब पुलिस कार्यवाही नही करेगी तो हिमाचल में अपराधों का बढ़ाना कोई बड़ी बात नही है।
ऐसा ही मामला मंडी जिला के सुंदरनगर से निकल कर सामने आया है। जहां दिन दिहाड़े कुछ लोगों ने एक व्यक्ति की जमीन पर उगे 35 से 38 साल पुराने हरे पेड़ों पर कटर चला दिया। पीड़ित महिला ने इस बारे शिकायत की और बकायदा एसडीएम ने इस मामले में पुलिस को कार्यवाही करने के आदेश दिए। लेकिन पुलिस मौके पर पहुंची ही नही और कोई कानूनी कार्यवाही नही हुई।

शिकायतकर्ता महिला ने कहा कि इस बारे एक शिकायत पत्र पुलिस स्टेशन बीबीएमबी कलौनी, डीएफओ आफिस सुकेत सुन्दरनगर औऱ एसडीएम सुन्दरनगर को भी दिया था। हालांकि एसडीम आफिस से पुलिस स्टेशन बीबीएमबी कलौनी को निर्देशित किया गया। परन्तु पुलिस प्रशासन ने भी कुछ कार्यवाही नहीं की। इन पेड़ों के कटने से हमारी भूमि के बरसात के दिनों में भूमि कटाव का खतरा हो गया है। उन्होंने कहा कि कुछ ये रसूखदार लोग जबरदस्ती करके कटवा रहे है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि हमारी मलकियती भूमि के पेड़ों की लकड़ी हमें दिलाई जाए। पीड़ित महिला का आरोप है कि सरकारी आदेशो की आड़ में हरे पेड़ो पर आरी चलाई जा रही है।

ये कहा एसडीएम ने
इस बारे में एसडीएम सुंदर नगर धर्मेश रामोत्रा ने बताया कि उक्त जगह सरकारी है और पेड़ गिराने के आदेश दिए है।

पीड़ित महिला ने बबला, हेम चंद, मिंटू पूर्व पार्षद, हेत चंद ठाकुर कलोहड, दुनी चंद पर पेड़ काटने के आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि यह सभी लोग शाम से अन्धेरा होने के बाद शाम के 6 बजे तक पेड़ काटते है। पीड़िता ने उपायुक्त मंडी से फरियाद की है कि मामले की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए स्वयं सज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करें।