Imphal News: मणिपुर में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने प्रतिबंधित कुकी संगठन के स्वयंभू प्रमुख समेत चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में चिन कुकी मिजो आर्मी का कमांडर इन चीफ पाओखोलेन गुइटे शामिल है। यह कार्रवाई चुड़चांपुर जिले में की गई। सुरक्षा बलों ने गुइटे से बड़ी मात्रा में हथियार और नगदी बरामद की।
पाओखोलेन गुइटे पर भारत-म्यांमार सीमा पार से हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी का आरोप है। सुरक्षा बलों ने उसकी गिरफ्तारी के दौरान दो एके-47 राइफल बरामद कीं। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के गोलाबारुद के 181 राउंड भी मिले। सुरक्षा बलों को एक लाख रुपये नगद और एक कार भी बरामद हुई। यह गिरफ्तारी बुधवार को एस मुनुआम इलाके में हुई।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के दो कार्यकर्ता गिरफ्तार
सुरक्षा बलों ने गुरुवार को इंफाल पश्चिम जिले में एक और बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। ये कार्यकर्ता घाटी क्षेत्र में ईंट भट्ठों के मालिकों से जबरन वसूली करते थे। स्थानीय लोगों से भी इनके द्वारा धन वसूलने की शिकायतें थीं। गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा बलों ने मामले की जांच शुरू की।
पुलिस ने थौबल जिले से भी एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी बुधवार को याइरीपोक इलाके में हुई। यह आरोपी खदान मजदूरों से जबरन वसूली में शामिल था। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सदस्यों पर पहले भी गंभीर आरोप लगते रहे हैं। सितंबर में इसी संगठन ने असम राइफल्स के काफिले पर हमला किया था। उस हमले में दो जवान शहीद हुए थे।
राज्य में सुरक्षा स्थिति
मणिपुर में सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई राज्य में शांति बहाली की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। उग्रवादी संगठनों के खिलाफ चल रहे अभियान में यह बड़ी सफलता है। सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले कुछ महीनों में कई ऐसी कार्रवाइयां की हैं। इन कार्रवाइयों से उग्रवादी संगठनों को काफी नुकसान हुआ है।
स्थानीय निवासी सुरक्षा बलों की इन कार्रवाइयों का स्वागत कर रहे हैं। उनका कहना है कि उग्रवादी संगठनों की गतिविधियों से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा था। जबरन वसूली और हथियारों की तस्करी से लोगों में डर का माहौल था। सुरक्षा बलों की सफलता से लोगों को राहत मिली है। अब उम्मीद की जा रही है कि राज्य में शांति स्थापित होगी।
भविष्य की रणनीति
सुरक्षा बल उग्रवादी संगठनों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेंगे। खुफिया सूचनाओं के आधार पर और भी कार्रवाइयां की जाएंगी। सीमा पार से होने वाली अवैध गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इन गिरफ्तारियों से उग्रवादी संगठनों को गंभीर झटका लगा है। संगठनों के वित्तीय स्रोतों पर भी असर पड़ेगा। जबरन वसूली और तस्करी से मिलने वाली आय पर नकेल कसी जा सकेगी। इससे संगठनों की गतिविधियां सीमित होंगी। सुरक्षा बलों ने लोगों से सहयोग की अपील की है।
